Modinagar यूक्रेन व रूस के बीच युद्ध का दुनिया भर में प्रभाव होगा। युद्ध के भारत पर पड़ने वाले प्रभाव विषय को लेकर कई विशेषज्ञों व शिक्षाविद्वों से उनके विचार जानें। वरिष्ठ शिक्षाविद्व डाॅ0 मुकेश गर्ग ने कहा कि इस समस्या का दीर्घकालिक प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ेगा। भारत पर इस समस्या का असर महंगाई के रूप पड़ने वाला है।
डाॅ0 मुकेश गर्ग ने कहा कि रूस ने हमेशा से भारत का साथ दिया है। रक्षा आवश्यकता से लेकर विभिन्न मुद्दों पर रूस भारत का सहयोगी रहा है। भारत और अमेरिका के संबंध भी ठीक चल रहे हैं। ऐसे में भारत ने अनुपस्थित रहकर सबसे उत्तम विकल्प अपनाया है। एक बार फिर भारत की गुट निरपेक्ष नीति प्रभावी हुई है।
एमएम पीजी काॅलिज के प्राचार्य पीके गर्ग ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में कोई स्थायी मित्र या शत्रु नहीं होता। बल्कि राष्ट्रीय हित हमेशा प्रभावी रहते हैं। अंतरराष्ट्रीय राजनीति में जो स्वयं को आर्थिक के साथ साथ सैन्य मामलों में सक्षम बनाता है वही उन सिद्धांतों को अपने हितों के अनुरूप परिभाषित करता है। इस विवाद में भारत के द्वारा उठाया गया कदम सराहनीय है।
राजनीति विज्ञान की विशेषज्ञा कुसुमलता ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों की जटिलता को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि युद्ध यानी नुकसान ही नुकसान, मानवीय से लेकर आर्थिक तबाही जैसे हर तरह के संकट लेकर युद्ध आता है। लड़ने वाले देशों के साथ-साथ उनसे जुड़े देश भी भारी नुकसान उठाते हैं।रूस और यूक्रेन लड़ रहे हैं, लेकिन हजारों किमी दूर स्थित हमारे देश को भी भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। युद्ध की वजह से क्रूड ऑयल यानी कच्चे तेल का दाम तेजी से बढ़कर 100 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया है। इसकी वजह से भारत को लाख करोड़ रुपये तक का चपत लगने की संभ्ज्ञावना से इंकार नही किया जा सकता है।
इसके अलावा कई उधमियों व आर्थिक मामलों से जुड़े संभ्रात नागरिकों से भी बातचीत की गई, उन्होंने बताया कि यूक्रेन व रूस के बीच चल रहे इस युद्व के भारत को भी आगामी दिनों में घातक परिणाम भुगतने पड़ेंगे। जिस कारण आगामी दिनों में बढ़ती महंगाई से इंकार नही किया जा सकता है। कई वस्तुओं पर महंगाई की मार लोगों को झेलनी होगी।

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