Modinagar शहर में इन दिनों भूः माफियों का द्वारा अवैध रूप से काॅलोनी काटे जाने व जबरन भूमि पर फर्जी तरीके से कब्जा करने का खेल जमकर चल रहा है। ऐसा ही एक मामला इन दिनों चर्चा में आया है। जिसके विरोध में रेजिडेंट वैलफेयर एसोसिएशन के सैकडों लोगों ने भू माफियों द्वारा जबरन काॅलोनी की चार दीवारी को तोड़कर रास्ता निकाले जाने का विरोध करते हुऐ जमकर प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गयें। सूचना पर पंहुचे जीडीए के अधिकारियों ने दीवार तोड़े जाने पर प्रतिबंध लगाया है, बाबजूद इसके भू माफिया अपनी मनमानी पर उतारू है।
मामला देव बिहार काॅलोनी से जुड़ा है। इस काॅलोनी में रेजिडेंट वैलफेयर एसोसिएशन बना हुआ है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि देव बिहार नामक काॅलोनी संजीव गर्ग नामक प्रोपर्टी डीलर द्वारा गतवर्ष पूर्व खसरा संख्या 310 ग्राम सीकरीकला में काटी गई थी, और काॅलोनी की चारों ओर से बाॅउंड्रीबाल कर विकसित की गई थी। काॅलोनी में दर्जनों परिवार रहते है। अब निकट ही खाली पड़ी कृषि भूमि खसरा संख्या 294 को भी इसी ग्रूप के डीलरों ने खरीदा है। काॅलोनीवासियों का आरोप है कि अब डीलर अपने नीजी लाभ के चलते देव बिहार काॅलोनी की पुरानी बाॅउंड्रीबाल को अवैध रूप से जबरन तोड़कर काॅलोनी से खसरा संख्या 290 की कृषि भूमि में विकसित की जाने वाली काॅलोनी से जोड़ना चाहते है। मनोज कुमार ने बताया कि इस संबन्ध में एक मुकदमा भी जिला न्यायालय में लंबित है। शुक्रवार को डीलरों ने मिलकर जबरन देव बिहार की काॅलोनी की बाॅउंड्रीबाल के कुछ हिस्से को तोड़ दिया। जिसके विरोध में काॅलोनी के लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। सूचना पर पंहुची जीडीए की टीम व पुलिस ने किसी तरह मामले में हस्तक्षेप कर यथास्थिती बनायें रखने के आदेश दिए है, उधर संजीव गर्ग का कहना है कि हमारे द्वारा उक्त बाॅउंड्रीबाल को बृजेश कुमार को बेची गई है तथा खसरा संख्या 294 में काटी जा रही काॅलोनी से कोई वास्ता नही है। बरहाल मामले को लेकर काॅलोनीवासी काॅलोनी में ही धरने पर बैठ गयें है। दिखायें गये एसडीएम के एक आदेश को भी फर्जी बताया है। मांग है कि कोर्ट से निर्णय आने तक बाॅउंड्रीबाल को खुर्दबुर्द ना किया जायें।