केरल में कोरोना वायरस के साथ-साथ ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामलों में भी तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। राज्य में बुधवार को ओमिक्रॉन वैरिएंट के 76 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ राज्य में ओमिक्रॉन के कुल मरीजों की संख्या 421 पहुंच गई है। राज्य में ओमिक्रॉन का पहला केस 7 दिसंबर को सामने के साथ ही बुधवार को राज्य में अब सबसे ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। 421 मामलों में से 290 कम जोखिम वाले देशों से आए थे। जबकि 85 हाई रिस्क वाले देशों और 43 केस स्थानीय स्तर पर रिपोर्ट किए गए थे। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि पत्तनमतिट्टा के एक निजी नर्सिंग कॉलेज ओमिक्रॉन का क्लस्टर बन गया है। यहां के कई छात्र कोरोना संक्रमित मिले हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा ‘छात्र हाल ही में विदेश से आए एक व्यक्ति से संक्रमित हुए हैं और इसके बाद सभी को क्वारंटाइन कर दिया गया है। पत्तनमतिट्टा में स्थिति चिंताजनक है। हमने प्रसार को रोकने के लिए सभी उपाय किए हैं। ओमिक्रॉन के मामलों में ऐसे में वृद्धि हुई जब राज्य में कोरोना वायरस के हाई केसलोड से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के मामलों में उछाल के पीछे डेल्टा वैरिएंट हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए सरकार ने राज्य में प्राथमिक उपचार केंद्र खोलने का फैसला किया है। राज्य में मंगलवार करीब तीन महीने बाद कोरोना पॉजिटिविटी रेट 14.18 फीसदी पहुंच गई है। वहीं, कोरोना वायरस से होने वाली मौत का आंकड़ा भी 50 हजार को पार कर गया है।

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