Modinagar । सिखैड़ा रोड स्थित औद्योगिक क्षेत्र में जमीन की फर्जी नीलामी कराने के मामले में उद्यमियों के विरूद्व कराई गई रिपोर्ट की जांच करने के उपरानत पुलिस जल्दी की आरोपियों को गिरफ्तार करेंगी। जिसके लिए पुलिस ने प्रयास तेज कर दियें है।
दो दिन पूर्व ही प्रसिद्व उद्यमी व शिक्षाविद्व डाॅ0 मुकेश गर्ग, मूलचंद गर्ग व बैंक अधिकारियों के विरूद्व जालसाजी कर बेची गई भूमि के मामले में छह खरीदारों ने धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने इस मामले में छह अलग-अलग रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि साक्ष्यों के आधार पर जांच कर शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जायेंगा।
बताते चले कि सिखैड़ा रोड इंडस्ट्रीज एरिया स्थित मोदीनगर पेपर मिल्स की करोडों कीमत की भूमि है। जिसका कुछ हिस्सा करीब तीन वर्ष पूर्व ही प्रीति वशिष्ठ, सुनीता रानी, मोहित चैधरी, आनंद पांडेय, रामकुमार व कृष्णपाल को बेचा गया था। भूमि की रजिस्ट्री उपरान्त सभी के नाम पर भूमि के अभिलेखों में दर्ज हो गयें थे। कुछ दिन पूर्व ही खरीदारों को जानकारी प्राप्त हुई कि खरीदी गई भूमि की फर्जी तरीके से नीलामी कर दी गई है, जबकि खरीदारों को इसकी कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई। पीड़ित आनंद पांडेय ने बताया कि मोदीनगर पेपर मिल्स के निदेशक ने पर्याप्त दस्तावेजों के आधार पर भूमि की रजिस्ट्री की थी। इतना ही नहीं, उद्यमी डाॅ0 मुकेश गर्ग व मूलचंद गर्ग ने भी उन्हें अनापत्ति पत्र दिखाया था। इन सभी ने बैंक अधिकारियों से मिलकर जमीन की नीलामी करा दी। अपनी हितैषी कंपनी को ही उन्होंने नीलामी में संपत्ति भी दिलाई। आरोप है कि अपने निजी स्वार्थ के चलते ही इन सभी ने यह षडयन्त्र रचा। गुमराह कर पहले जमीन दिलाई और अब तीन साल बाद उसकी नीलामी करा दी। मामले में स्थानीय स्तर पर सुनवाई नहीं होने पर पीड़ितों ने एसएसपी के दरबार में गुहार लगाई। एसएसपी के आदेश पर ही करीब दो दिन पहले डाॅ0 मुकेश गर्ग, मूलचंद गर्ग, प्रभजोत सिंह, रोहित पांडेय, अनुग्रह अग्रवाल, सुनील दत्त पांडेय व विकास भारद्वाज के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में थाना मोदीनगर में रिपोर्ट दर्ज हुई है। कोतवाल मुनेंद्र सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की भूमिका की भूमिका की साक्ष्य के अनुरूप जांच शुरू कर दी गई है, शीघ्र ही साक्ष्यों के आधार पर आरेापियों की गिरफ्तारी की जायेंगी।