Sahibabad : प्रदूषण पर हो रही जुर्माने की कार्रवाई का असर नहीं दिख रहा है। कौशांबी और साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र में सड़क किनारे खुले में कूड़ा जलाया जा रहा है। बृहस्पतिवार को भी औद्योगिक क्षेत्र में शरारती तत्व ने कूड़े में आग लगा दी। उधर, चिंता की बात है कि शहर का एक्यूआई 360 दर्ज हुआ। जो देश के प्रदूषित शहरों में तीसरे पायदान पर रहा। पीसीबी ने अगले तीन दिनों तक हवा की गति कम रहने के कारण प्रदूषण की यही स्थिति रहने पर लोगों को अलर्ट किया है।
शरारती तत्व कूड़े या तारों में आग लगाकर प्रदूषण फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। इससे वायुमंडल में फैले प्रदूषण के कण नीचे जमीन पर नहीं बैठ रहे हैं, जिससे लोगों की सांसों पर संकट बना हुआ है। पीसीबी के आंकड़ों में बृहस्पतिवार को शहर का एक्यूआई मानक से साढ़े तीन गुना ज्यादा 360 दर्ज किया गया। एनसीआर के अन्य शहरों की बात करें तो भिवाड़ी में एक्यूआई सर्वाधिक 378 दर्ज किया गया है। यह आंकड़ा देश में सबसे प्रदूषित रिकॉर्ड किया गया है। जबकि दिल्ली में वायु गुणवत्ता 347 पर मापी गई। दूसरे पायदान पर हिसार का प्रदूषण मापा गया, जो 365 पर रहा। यहां गाजियाबाद शहर में पीएम 10 मानक से साढ़े तीन गुना और पीएम 2.5 मानक से चार गुना ज्यादा पाया गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा का कहना है कि पिछले कई दिनों से हवा की गति 3 से 4 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही है। जिससे वायुमंडल में प्रदूषण के कण नहीं निकल पा रहे हैं। वायु गुणवत्ता की यह स्थिति 21 नवंबर तक बनी रहेगी।
कूड़े में लगाई आग, धुएं से लोगों की फूली सांस :
कौशांबी निवासी गुलशन सदाना का आरोप है कि साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र में शरारती तत्व रोजाना कूड़े में आग लगा देते हैं। इससे चारों तरफ धुआं फैलने लगता है। सुबह करीब नौ बजे दमकल विभाग को फोन कर सूचना दी गई। दमकल की एक गाड़ी के साथ कर्मियों ने आग को बुझाना शुरू कर दिया। नगर निगम की टीम भी सूचना पाकर मौके पर पहुंच गई। जबकि नगर स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देश पर सफाई कर्मियों ने कूड़े को चार डंफर की मदद से उठवाकर वहां सफाई की। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले भी शरारती तत्वों ने कूड़े में आग लगा दी थी। तब भी दमकल विभाग ने आग बुझाई थी और नगर निगम ने कूड़ा उठवाया था|