एस आर एम आईएसटी एनसीआर कैंपस में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एआईसीटीई ट्रेनिंग एंड लर्निंग (एटीएएल) के तहत एआईसीटीई, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित 25 से 29 अक्टूबर तक साइबर सिक्योरिटी पर पांच दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रोफ़ेसर अमिता देव ,इंदिरा गांधी महिला दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय, नई दिल्ली एवं विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर जेरियो ग्यूटी रेज, तकनीकी विश्वविद्यालय ऑकलैंड ने आभासी माध्यम से साइबर सुरक्षा के महत्व एवं हमारे डेटा की गोपनीयता की सुरक्षा कैसे करें व इंटरनेट ऑफ थिंग्स में दुर्भावनापूर्ण नोड का पता कैसे लगाएं नामक विषयक पर विचार रखकर किया। इस कार्यक्रम का स्वागत भाषण डॉ प्रीति परवेकर एसोसिएट प्रोफेसर ,कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग ने दिया।एसआरएम आई एस टी एनसीआर केंपस के डीन एडमिशन एवं कार्यक्रम के समन्वयक डॉ आर.पी. महापात्रा ने सभी वक्ताओं का कार्यक्रम से जुड़ने के लिए धन्यवाद किया एवं कार्यक्रम के बारे में विस्तार से चर्चा की। डीन डॉ डी के शर्मा ने संस्थान द्वारा शिक्षकों और विद्यार्थियों के उत्थान के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी और सबका स्वागत किया। एसआरएम के डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ एस विश्वनाथन ने कार्यक्रम के सफलता पूर्ण आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी। इस कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों से 200 शिक्षकों व शोधकर्ताओं ने आभासी माध्यम से भाग लिया। कार्यक्रम के प्रथम दिन प्रथम चरण में डॉ अनूप श्रीधर सीईओ, सेड्यूलिटी ग्रुप्स ने साइबर सुरक्षा में विभिन्न हमले नामक विषयक पर अपने विचार व्यक्त किए। दूसरे सेशन में डॉ विजय लक्ष्मी ,निदेशक, सूचना सुरक्षा और वास्तुकार, यूएसए ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का समापन भाषण डॉ जितेंद्र सिंह ने दिया। इस दौरान डॉ धौम्या भट्ट, डॉ डमरुधर सेठ, डॉ सचि पांडे, डॉ जाबिर अली, बालकृष्ण सारस्वत ,कार्तिक एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

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