केंद्र के लाए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने शनिवार को देशव्यापी ‘चक्का जाम’ का आह्वान किया। यह चक्का जाम दोपहर 12 से 3 बजे तक के लिए था। देशभर में चक्का जाम की वजह से कई राज्यों की रफ्तार थम गई। हालांकि, सबसे ज्यादा असर हरियाणा और पंजाब में ही देखने को मिला लेकिन बाकी राज्यों में भी मिला-जुला असर देखने को मिला। चक्का जाम शांतिपूर्वक पूरा हुआ और कहीं भी किसी तरह की हिंसा की कोई खबर नहीं मिली। चक्का जाम खत्म होने पर किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार पर आरोप लगाया कि उसे व्यापारियों से ज्यादा लगाव है। सरकार कृषि क़ानूनों को वापस ले और MSP पर क़ानून बनाए नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा। हम पूरे देश में यात्राएं करेंगे और पूरे देश में आंदोलन होगा। किसानो ने सरकार को कानून वापस लेने के लिए 2 अक्टूबर तक का समय दिया है।और कहा कि हम दबाव में सरकार के साथ बातचीत नहीं करेंगे।
