Bollywood Movies: इस हफ्ते शुक्रवार को सिनेमाघरों में अनिल कपूर स्टारर एनिमल और विक्की कौशल की फिल्म शैम बहादूर रिलीज हुई है. ऐसे नहीं है कि ऐसा पहली बार हुआ है. हर हफ्ते फिल्में रिलीज होती रहती है, लेकिन आपने एक बात नोटिस की होगी कि बड़ी फिल्में हमेशा शुक्रवार को ही क्यों रिलीज की जाती है. आज की स्टोरी में हम आपको इसके पीछे की असल कहानी बताने वाले हैं, जिसके बारे में बेहद कम लोगों को मालूम होता है. 

क्यों शुक्रवार को रिलीज होती है फिल्में

माना जाता है कि भारतीय सिनेमा में फिल्में शुक्रवार को ही रिलीज होती हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि शुक्रवार वर्किंग डे के अंत में आता है. इसका अर्थ है कि शनिवार और रविवार को छुट्टी का दिन होता है. छुट्टी के कारण लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ फिल्में देखते हैं. इससे किसी फिल्म का कलेक्शन अच्छा होता है और फिल्म की सफलता भी निश्चित होती है.

ये है दूसरा कारण

इसका एक कारण यह भी है कि आजादी के कई वर्षों तक भारत में लोगों के पास रंगीन टीवी नहीं होती थी, जिसके कारण लोग फिल्में देखने के लिए थिएटर जाते थे. इसलिए फिल्म उद्योग में कर्मचारियों को शुक्रवार को आधे दिन की छुट्टी दी जाती थी, ताकि वे परिवार के साथ फिल्में देख सकें, जो फिल्म के कलेक्शन के हिसाब से भी अच्छा था.

क्या है इसका इतिहास?

शुक्रवार को फिल्में रिलीज करने का रिवाज भारत का अपना है, लेकिन यह रिवाज भारत में प्रारंभ से नहीं था. इसकी शुरुआत हॉलीवुड में लगभग 1940 के दौरान हुई थी. भारत में 1960 के पहले फिल्में रिलीज करने का कोई निश्चित दिन नहीं था. 1960 के वर्ष में मुगल-ए-आजम नामक ऐतिहासिक फिल्म 5 अगस्त को रिलीज हुई थी. 5 अगस्त 1960 को शुक्रवार था, और इस फिल्म ने काफी सुर्खियां प्राप्त की थी. इसके बाद से ही फिल्म निर्माताओं ने शुक्रवार को फिल्मों की रिलीज के लिए चुना. हालांकि, सभी फिल्में शुक्रवार को ही नहीं रिलीज होतीं, कई फिल्मों के निर्माताओं ने इस ट्रेंड को तोड़ते हुए अलग-अलग दिनों पर भी फिल्में रिलीज की और उन्हें कामयाबी मिली.

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