Modinagar मोदीनगर स्थित दयावती मोदी पब्लिक स्कूल बस हादसे को लोग ठीक से अभी भूले भी नहीं है। इस हादसे से सीख लेते हुए मोदीनगर तहसील क्षेत्र के अधिक पब्लिक स्कूलों संचालकों ने नीजी ट्रांसपोर्ट सेवा पूर्णतय बंद कर दी है। जिसके चलते बर्तमान में अभिभावकों को ही अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने व स्कूल से ले जाने की जिम्मेदारी है।
पूरे उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर को झकझोर कर देने वाले बस हादसे काण्ड के बाद पुलिस प्रशासन से लेकर अभिभावक अपने-2 स्तर पर स्कूलों के सुरक्षा मानकों की समीक्षा करने में लगे हुए हैं। हर कोई स्कूलों को कटघरे में खड़ा करके उनसे जवाब तलब करना चाहता है। लेकिन जैसा की कहावत है कि उपदेश कुशल बहुतेरे यानि स्कूलों प्रबंधनों की आलोचना करने वाले अभिभावक भी अब अपने स्तर पर बच्चों की सुरक्षा में चूक करते हुए दिखाई दे रहें हैं। बस हादसे के बाद से नीजी स्कूल संचालकों द्वारा अपने स्तर से ट्रांसर्पाेटेशन बंद कर दिए जाने के बाद से देखने में आया है कि 5 से लेकर 10 वर्ष तक के अधिकतर बच्चें निजी ई-रिक्शाओं व वैन आदि से स्कूल आते जाते हैं। निर्धारित बैठने की जगह में उससे अधिक बच्चों को बेतरतीब तरीके से बिठाने वाले ये ई-रिक्शा व वैन चालक सिर्फ सफर के दौरान ही बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं करते बल्कि, ई-रिक्शा व वैन चालकों की पहचान के बारे में भी किसी प्रकार की कोई वैरिफिकेशन नहीं की जाती है। अधिकतर अभिभावक सिर्फ एक फोन नंबर के आधार पर ही अपने जिगर के टुकड़ों को अजनबीई- रिक्शा चालकों को सौंप देते हैं। रिक्शा चालकों के नाम और फोन नंबर के अलावा अभिभावाकों के पास कोई जानकारी नहीं होती है। किसी प्रकार की अनहोनी में यदि कोई ई- रिक्शा या वैन चालक फोन न उठाए तो वे क्या करेगे, इसका किसी के पास कोई जवाब नहीं है। बस स्टैंड स्थित एक निजी स्कूल में पढऩे वाले 4 वर्षीय तेजस की मां आशा के अनुसार अभी तक उन्होंने आज तक अपने रिक्शा वाले से किसी भी प्रकार का पहचान पत्र नहीं मांगा है।
स्कूल के पास जमा कराने होंगे रिक्शा चालकों की आईडी
दयावती मोदी पब्लिक स्कूल बस हादसे के बाद सतर्कता बरत रहे निजी स्कूलों के प्रबंधन अब अपने स्तर पर रिक्शा चालकों की आईडी जमा करेंगे। टीआरएम पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य रजनी ओजरी व गोविन्दपुरी स्थित छाया प्रब्लिक स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक व प्रशासनिक अधिकारी डॉ0 अरूण त्यागी ने सयुक्त रूप से बताया कि उन्होंने सभी छोटे बच्चों के परिजनों को लिखित संदेश भेज दिया है कि जल्द से जल्द अपने बच्चों के रिक्शा चालकों की आईडी की एक प्रति स्कूल में और एक अपने पास जमा कराएंे।

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