उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायतों का कार्यकाल 25 दिसंबर को समाप्त हो रहा है और उसी दिन आधी रात से सभी ग्राम पंचायतें भंग हो जाएंगी. तीन दिन पहले अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 मार्च तक चुनाव कराने का निर्देश जारी किया.

उत्तर प्रदेश सरकार 31 मार्च तक पंचायत चुनाव करा लेने की तैयारी में जुटी है. अधिकारियों के साथ अपनी मीटिंग में  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव कराने को लेकर निर्देश जारी किया. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पंचायती राज विभाग में हलचल तेज हो गई है. अभी वोटर लिस्ट फाइनल करने का काम चल रहा है.

सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक में पंचायत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण, चार जिलों में पंचायतों के पूर्ण परिसीमन और 49 जिलों में आंशिक परिसीमन की कार्यवाही चल रही है. इसके बाद त्रिस्तरीय पंचायतों का वार्ड निर्धारण और वार्डों का आरक्षण किया जाएगा.

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायतों का कार्यकाल 25 दिसंबर को समाप्त हो रहा है और उसी दिन आधी रात से सभी ग्राम पंचायतें भंग हो जाएंगी. तीन दिन पहले अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 मार्च तक चुनाव कराने का निर्देश जारी किया. सभी तैयारियां शुरू हो गई है.

25 दिसबंर को ग्राम प्रधानों का कार्यकाल खत्म होते ही नए कामों की शुरुआत पर रोक लग जाएगा. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बकायदा शासनादेश जारी होगा. अधिकतर जिलों में 25 दिसंबर 2015 को ग्राम प्रधानों को शपथ दिलाई गई थी. ऐसे में अब पांच साल पूरे होने के बाद 25 दिसंबर 2020 को कार्यकाल समाप्त हो जाएगा.

पंचायत विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अभी तक चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी नहीं हुई है. अधिसूचना के बाद ही ग्राम पंचायतों में नियमानुसार कार्यवाहक नियुक्त किए जाएंगे. इस बीच प्रदेश के चार जिलों गोण्डा, मुरादाबाद, सम्भल और गौतमबुद्धनगर में ग्राम पंचायत, क्षेत्र  पंचायत और जिला पंचायत के वार्डों के परिसीमन का कार्यक्रम जारी कर दिया है.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *