Hapur | तीर्थनगरी के ब्रजघाट में गंगा किनारे रामनवमी के बाद मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन करने जा रहें श्रद्धालुओं को पुलिस ने चैक पोस्ट पर रोक लिया। गंगा जल में प्रतिमा विसर्जन करने की जिद पर अड़े श्रद्धालुओं की पुलिस से तीखी नोक झोंक हुई।
श्रद्धालुओं ने पुलिस से गंगा में प्रतिमा विसर्जन रोकने के लिए पुलिस के आला अधिकारियों का लिखित आदेश दिखाने को कहा। इस दौरान पुलिसकर्मियों से खींचतान भी हुई। किसी तरह पुलिस कर्मियों ने समझा कर मामला शांत किया। जिसके बाद चिन्हित जगह में मुर्ति प्रतिमा विसर्जन कर गंगा में डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालु वापस लौट गए।
गंगा को अविरल और निर्मल रखने के लिए प्रतिमाओं का विसर्जन न किया जाए
एनजीटी का आदेश है कि गंगा को अविरल और निर्मल रखने के लिए उसमें प्रतिमाओं का विसर्जन न किया जाए। जिसके अनुपालन को गढ़मुक्तेश्वर सीओ स्तुति सिंह व थाना प्रभारी अभिनव पुंडीर ब्रजघाट चैक पोस्ट पर पुलिस के साथ मुस्तैद होकर वाहनों की चैकिंग कर रहें थे। माँ दुर्गा की प्रतिमा को लेकर मिनी ट्रक में सवार श्रद्धालु ब्रजघाट पहुंच गए। वह गंगा जल में प्रतिमा विसर्जित करने जा रहें थे।
लेकिन सीओ स्तुति सिंह ने एनजीटी के निर्देशों का हवाला देते हुए उनको रोक लिया। इस पर श्रद्धालु भड़क गए। उन्होंने वहीं पर हंगामा करना शुरू कर दिया। गंगा में प्रतिमा विसर्जित करने की जिद पर अड़ गए। जितना पुलिस समझाती, उतने ही अधिक भड़कते। इस बीच पुलिस से खींचतान भी की गई। गंगा जल में विसर्जित करने के लिए किनारे जाने की जिद पर अड़े श्रद्धालुओं ने कभी किसी नेता से बात की तो कभी किसी अधिकारी को फोन मिलाते नजर आए।