जनपद हापुड़ के पौराणिक तीर्थस्थल गढ़मुक्तेश्वर में हर साल लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेला को इसबार स्थगित कर दिया गया है। गढ़मुक्तेश्वर में गंगा स्नान और दीपदान पर पाबंदी, धारा 144 लागू। शासन के आदेश का पालन कराने के लिए 25 नवंबर से 30 नवंबर के बीच गढ़मुक्तेश्वर में मेला स्थल पर आवश्यक कार्यों को छोड़कर तमाम तरह की गतिविधियों पर पूरी तरह रोक रहेगी। साथ ही दीपदान के लिए गढ़मुक्तेश्वर आने की सोच रहे श्रद्धालुओं से अपील है कि वह गढ़मुक्तेश्वर में न आएं। कार्तिक पूर्णिमा 30 नवंबर को है। इस दिन गंगा तट पर श्रद्धालु स्थान करते हैं। इसी दिन हर साल मेला भी लगता है। पर इस साल संक्रमण को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, मेरठ, सहारनपुर, बागपत, शामली, गाजियाबाद, बुलंदशहर आदि जनपदों के अलावा दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान जैसे बड़े राज्यों के 20 से 25 लाख लोग शामिल होते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर वर्षभर के भीतर अपनों को खोने वाले लोग यहां आकर दीपदान करते हैं।