मुरादनगर थाने में तैनात सिपाही विकास यादव का शव संदिग्ध हालात में क्षेत्र के मिल्क चाकरपुर गांव स्थित ट्यूबवेल की हौद में मिला। मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र के जमालपुर गांव निवासी विकास यादव 2018 में पुलिस में भर्ती हुआ था। वर्तमान में वह मुरादनगर थाना अंतर्गत पाइपलाइन चौकी में कार्यरत था। विकास की ड्यूटी एक अन्य सिपाही चंद्रपाल सिंह के साथ पेट्रोलिग बाइक पर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर थी। बुधवार दोपहर को भी विकास बाइक से गश्त के लिए निकला था। उसके साथी के अनुसार, ड्यूटी के दौरान विकास मिल्क चाकरपुर गांव के निकट स्थित एक ट्यूबवेल पर गया था। इस दौरान वह उसका बाइक पर ही इंतजार करता रहा। जब काफी देर बाद भी विकास  नहीं लौटा, तो चंद्रपाल ट्यूबवेल पर उसे देखने पहुंचा। वहां विकास बेहोश ट्यूबवेल के हौद मे पड़ा मिला

चंद्रपाल ने स्थानीय पेट्रोलिग वाहन की सहायता से विकास को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। इस संबंध में सीओ सदर ने बताया कि घटना का कारण अभी अस्पष्ट है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सही कारण का पता लग सकेगा। गले नहीं उतर रही साथी की कहानी

विकास के साथी द्वारा बताई कहानी सहजता से लोगों के गले नहीं उतर रही है। ये साफ नहीं हो पा रहा है कि विकास ट्यूबवेल पर क्यों गया था। उसने अकेले अपने साथी को क्यों जाने दिया। सूत्रों की मानें, तो शव पर चोट के निशान भी मिले हैं, जिन्हें देखते हुए हत्या की भी आशंका जताई जा रही है। इस संबंध में थाने की पुलिस ने किसी से भी बात करने से इनकार कर दिया। विधवा मां का इकलौता सहारा था विकास

पिता राजकुमार यादव भी पुलिस सेवा में थे। इनकी भी ड्यूटी के दौरान ही मृत्यु हो गई थी। अपने पिता के स्थान पर विकास पुलिस में भर्ती हुए थे। विकास के परिवार में उसकी मां व बहन है। परिवार में विकास के विवाह की तैयारियां चल रही थी, लेकिन एक हादसे ने न केवल मां के सपने को बिखेर दिया, बल्कि उसका इकलौता सहारा भी छीन लिया है