इस सेवा को बंद करने के लिए एंबुलेंस संचालक कंपनी जीवीके ईएमआरआई ने अपने कर्मचारियों को नोटिस जारी कर दिया है। इसमें 16 अक्तूबर 2020 को ड्यूटी के बाद उनकी सेवाएं समाप्त करने की जानकारी दी गई है। 250 एंबुलेंस का यह बेड़ा प्रदेश के गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाता है।
नोटिस मिलने के बाद से कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। उन्होंने इस नोटिस को सोशल मीडिया पर भी वायरल किया है। इस मामले में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. डीएस नेगी ने कोई जानकारी होने से मना कर दिया। वहीं एनएचएम की निदेशक आईएएस अपर्णा उपाध्याय ने इस संबंध में शनिवार को बात करने की बात कही है।
सूत्रों के अनुसार जीवीके ईएमआरआई ने 11 सितंबर को एएलएस एंबुलेंस सेवा के अपने लगभग 650 कर्मचारियों को नौकरी का अनुबंध समाप्त करने का नोटिस जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जीवीके ईएमआरआई का उत्तर प्रदेश के साथ एएलएस एंबुलेंस संचालन का अनुबंध अपरिहार्य कारणों से स्थगित किया जा रहा है। ऐसे में सभी कर्मचारी संस्था के कार्यों से जुड़े कागजात, फाइल, रिकॉर्ड्स व अन्य सामग्री अपने कार्यदिवस के अंतिम दिन जमा कर दें
108 और 102 एंबुलेंस सेवा का होगा संचालन
प्रदेश में दुर्घटना या अन्य बीमारी के लिए 108 सेवा और गर्भवती व प्रसव बाद की सेवाओं के लिए 102 सेवा की एंबुलेंस चलती है। दोनों की 2200-2200 एंबुलेंस अभी प्रदेश में अपनी सेवाएं दे रही हैं, जबकि एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस हार्ट अटैक सहित अन्य गंभीर मरीजों के लिए चल रही थीं। कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए भी एएलएस एंबुलेंस आवंटित की गई हैं। तीनों ही सेवाओं का संचालन जीवीके ईएमआरआई करती है। 108 और 102 एंबुलेंस सेवाएं जारी रहेंगी।