दुनिया भर की टेक कंपनियों में छंटनी का हड़कंप मचा हुआ है। ट्विटर, मेटा, अमेजन के बाद एक और बड़ी टेक कंपनी ने नौकरियों में कटौती का फैसला किया है। लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता एचपी इंक से लगभग 6,000 नौकरियों में कटौती की उम्मीद है। हालाँकि, राहत की बात यह है कि कंपनी तुरंत एक साथ छंटनी नहीं करेगी। बल्कि छंटनियों का यह दौर 2025 के अंत तक जारी रह सकता है। रिपोर्ट के अनुसार इस छंटनी के साथ कंपनी अपने ग्लोबल वर्कफोर्स में करीब 12 प्रतिशत की कटौती करने जा रहा है।
2025 तक जारी रहेगी छंटनी
एचपी इंक वर्तमान में लगभग 50,000 लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रहा है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह आने वाले वर्षों में लगभग 4,000 से 6,000 कर्मचारियों को निकाल देगी। खासबात यह है कि कंपनी ने छंटनी की घोषणा अपनी वित्तीय वर्ष 2022 की रिपोर्ट पेश करने के दौरान की है। बयान में कहा गया है, “कंपनी को लगभग 4,000-6,000 कर्मचारियों की कटौती की उम्मीद है। छंटनी की यह प्रक्रिया 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
लैपटॉप की बिक्री घटने के बाद लिया फैसला
कंपनी के सूत्रों के अनुसार कोरोना महामारी के दौरान एचपी के लैपटॉप और कंप्यूटर डिवाइस की बिक्री में नाटकीय रूप से तेज उछाल आया था। लेकिन महामारी के बाद स्कूल दफ्तर खुलने के बाद पीसी और लैपटॉप सेगमेंट की बिक्री एक बार फिर औंधे मुंह गिर गई। तेजी से घटती ब्रिकी के चलते कंपनी की ओर से नौकरियों में कटौती का फैसला आया है।
कंपनियों को सता रहा है मंदी का डर
वैश्विक बाजारों में महंगाई और मंदी की चिंता भी कंपनियों द्वारा छंटनी के निर्णायक कारकों में से एक हो सकती है। इन स्थितियों को देखते हुए, एचपी इंक को पहली तिमाही में कमजोर मांग को देखते हुए उम्मीद से कम मुनाफा होने की उम्मीद है। हालांकि कंपनी ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह छंटनी भारत सहित अन्य वैश्विक बाजारों में कब से शुरू होगी।