Modinagar। अपने घर से बस में सवार हो सकुशल स्कूल जा रहे एक छात्र (11) वर्षीय की स्कूल बस की खिड़की से झांकने के कारण सिर दीवार में टकरायें जाने के कारण दर्दनाक मौत हो गई। सूचना पर पंहुचे परिजनों ने स्कूल पंहुचकर जमकर हंगामा काटते हुए तोड़फोड़ कर स्कूल प्रबंधक सहित चालक पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस के आलाधिकारीयों व भारी पुलिस ने मौके पर पंहुचकर किसी तरह मामले को संभालने का प्रयास किया। मृतक छात्र के परिजनों की ओर से स्कूल प्रबंधक समेत तीन पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराये जाने को तहरीर दी गई है। छात्र की मौत के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
फफराना रोड स्थित सूरत सिटी निवासी नितिन भारद्वाज सीएमओ कार्यालय मुरादाबाद में कार्यरत हैं। उनका इकलौता बेटा अनुराग भारद्वाज (11) वर्षीय हापुड़ रोड़ स्थित दयावती मोदी पब्लिक स्कूल में चैथी कक्षा का छात्र था। वह प्रतिदिन की भांति घर से स्कूल बस में बैठकर बुधवार सुबह स्कूल जा रहा था। हापुड़ रोड पर नगर पालिका गेट से आगे स्कूल की ओर मुड़ते समय हादसा हुआ। बस चालक ने स्कूल प्रबंधन को सूचना दी, कि बच्चा अपनी गर्दन बाहर निकाल उल्टी कर रहा था, इसी बीच उसका सिर सड़क किनारे दीवार में जा लगा, जिससे वह लहूलुहान हो गया। बस चालक बच्चों को स्कूल में उतारकर फरार हो गया। स्कूल प्रबंधन ने आनन-फानन अनुराग को स्थानीय जीवन अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे ही जानकारी मिलने पर छात्र अनुराग भारद्वाज के परिजन व स्थानीय लोग दयावती मोदी पब्लिक स्कूल पहुंचें। उन्होंने स्कूल में हंगामा शुरू कर तोड़फोड कर दी। सूचना मिलने पर एसपी देहात इरज राजा, एसडीएम शुभांगी शुक्ला व सीओ सुनील कुमार सिंह भारी पुलिस बल के साथ स्कूल पहुंचें ओर काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसपी देहात इरज राजा का कहना है कि स्कूल प्रबंधन व चालक की भूमिका की जांच की जा रही है। परिजनों की ओर से मिली तहरीर के आधार पर प्रधानाचार्या एनपी सिंह, बस चालक व परिचालक को हिरासत में ले लिया गया है। उधर, घटना की जानकारी मिलते ही हजारों की संख्या में अभिभावक अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूल पहुंच गए। उन्होंने भी स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अपना विरोध दर्ज कराया है।
करीब छह घटें एम्बुलेंस में रखा रहा छात्र का शव
करीब छह घंटे की जद्दोजहद के बीच छात्र अनुराग का शव स्कूल परिसर में खड़ी एम्बुलेंस में ही रखा रहा। इस बीच उसके तमाम रिश्तेदारों का स्कूल परिसर में आना जाना लगा रहा। अनुराग की मां व पिता सहित तमाम रिश्तेदारों का रो रोकर बुरा हाल था। इतना ही नही ही शहर के अनेक सामाजिक व राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों ने वंहा पंहुचकर शोकाकुल परिवार को ढ़ाढ़स बंधाते हुए स्कूल प्रबंधक, चालक व घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
विधायक ने प्रबंधक को जमकर लगाई लताड़
घटना की सूचना मिलने पर पंहुची विधायक डाॅ0 मंजू शिवाच ने घंटों इंतजार के बाद स्कूल प्रबंधक तायल के स्कूल ना पंहुचने पर पीड़ित परिजनों के विरोध के बाद उन्होंने मोबाइल फोन पर तायल पर जमकर अपना गुस्सा उतारा। शिवाच ने पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाही की मांग की।
परिवार का इकलौता चिराग बुझ गया
फाॅरंसिक जांच की मांग
छात्र अनुराग भारद्वाज नितिन भारद्वाज का इकलौता बेटा था। पढ़ाई में होनहार होने के साथ ही उसका खेलों में भी खासा रूझान था। रोती बिलखती मां ने बताया कि सुबह उन्होंने उसे तैयार करने के बाद सही सलामत बस में बैठाया था। परिजनों ने उसकी मौत की उच्चस्तरीय जांच करायें जाने, बस में पड़े रक्त, घटना व अन्य पहलुओं की फाॅरंसिक जांच की मांग की है। पुलिस ने बस को सील कर दिया है।
क्या कहते है प्रधानाचार्य
स्कूल प्रधानाचार्य एनपी सिंह का कहना है कि बस चालक व परिचालक द्वारा की गई लापरवाही व कृत्य की जांच कराई जायेंगी दोषी के विरोध कठोर कार्रवाही होगी।
