कोविड की पहली लहर जहां बुजुर्गों के लिए घातक साबित हुई, वहीं दूसरी लहर में युवाओं के लिए, अब तीसरी लहर की चर्चा है, और इसे बच्चों के लिए घातक बताया जा रहा है। सरकार और जिला प्रशासन इसी को लेकर तैयारी कर रहे हैं। वरिष्ठ फिजिशियन डाॅ0 विजय तोमर ने बताया कि बच्चें अभी घर पर ही हैं। उनमें अच्छी आदतें डालें। उन्हें हर थोड़ी देर में हाथ धोने को कहें। योगा कराएं, प्रणायाम कराएं और सूर्य नमस्कार कराएं।

कोविड की तीसरी लहर आने की संभावना है, इसे देखते हुए सरकार के साथ ही मेडिकल कॉलेजों, सरकारी अस्पतालों ने भी तैयारी शुरू कर दी है। वरिष्ठ फिजिशियन डाॅ0 विजय तोमर ने बताया कि छोटे बच्चों मतलब दो साल तक के बच्चों को मास्क लगाने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा प्रयास करें कि बच्चे बाहर कम से कम निकले। इसके अलाव प्रयास करें कि बच्चे बार बार हाथ धोते रहें। उनमें यह आदत डालें अभिभावक इसे जिम्मेदारी की तरह लें।

प्रयास करें कि पांच साल से अधिक उम्र के बच्चें प्रतिदिन योग करें, वह अनुलोम विलोम, प्रणायाम ओर सूर्य नमस्कार करें, जिससे उनके लंग्स की एक्सरसाइज हो सके, और यह उनके लिए काफी लाभदायक साबित होगी। माता पिता खुद भी यह करें तो बच्चे भी यह करेंगे। इससे बच्चें संक्रमण से बच सकेंगे। शहर ही नही अपितु जनपदभर में तीसरी लहर से बचाव के लिए तैयारियां जारी हैं। स्थानीयस्तर पर व जनपदीयस्तर पर बच्चों के लिए अलग से वार्ड बनाये जा रहे है। हमें इससे बचाव को पहले ही सारे इंतजाम करने की जरूरत है। साथ ही अभिभावकों को अपने बच्चों को बार-बार हाथ थोने की आदत डालनी होगी, तभी हम तीसरी लहर से जल्दी उबर पायेंगे। सजगता ही जीवन की जरूरत है।

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