Modinagar। मोदी साइंस एंड कॉमर्स कॉलेज में समर कैंप के दौरान स्काॅउट छात्रों ने सिंगल यूज प्लास्टिक की खाली बोतलों व रैपर को सड़कों, गली, मोहल्लों घरों आदि से एकत्रित करके विद्यालय में इकट्ठा किया। इनका उपयोग बागवानी की क्यारी के किनारों में ईटों के स्थान पर क्रम वाइज लगाने के लिए किया जाएगा। खाली बोतलों में बिस्किट कुरकुरे आदि के रैपर भर दिया गया है। इससे वातावरण में सिंगल यूज प्लास्टिक से होने वाले नुकसान से राहत मिलेगी।
रसायन विज्ञान प्रवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक पीईटी का बना होता है, जो कांच की बोतलों से बहुत सस्ता पड़ता है, सिंगल यूज प्लास्टिक सबसे अधिक उत्पादन चाइना में अमरीका में और इसके बाद भारत में होता है। रीसायकल में केवल 7.5 प्रतिशत ही उपयोग में लाया जाता है और सब मिट्टी पानी आदि में चला जाता है और नदियों और समुद्रों में चला जाता है। जिससे प्रकृतिको बहुत बड़ा खतरा उत्पन्न हो रहा है। क्योंकि यह पानी में खुलकर खतरनाक केमिकल को छोड़ता है। इससे मनुष्य, जीव व प्रकृति को बहुत अधिक नुकसान हो रहा है।
प्रधानाचार्य सतीश चंद्र अग्रवाल ने छात्रों को सिंगल यूज प्लास्टिक के बारे में होने वाले नुकसान के बारे में विस्तार से बताया और इसको कैसे रोका जा सकता है, इसके लिए भी उनको गाइडलाइन दी। उन्होंने कहा कि यह अभियान मोदीनगर क्षेत्र में व प्रदेश स्तर पर बड़ी जोर शोर से चलाया जाएगा। जिससे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो स्वच्छ भारत अभियान का सपना पूरा हो सकें। इस अवसर पर संजीव चैधरी, राजीव सिंह, कोमल, सतीश, दीपा मित्तल, अजय कुमार, श्री कांत आदि मौजूद रहें।