disha bhoomi

भारत में पिछले दो महीनों में विमान की लैंडिंग को लेकर तीन अलग-अलग घटनाएं हुई हैं, जहां पायलटों को लैंडिंग के दौरान विमान के इंजन को बंद करना पड़ा था। इसकी अब जांच की जा रही है। तीनों घटनाओं में शामिल इंजनों को जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी के एक जाइंट वेंचर ने बनाया है।
A320neo और 737 मैक्स विमान हैं शामिल
इन घटनाओं में एयर इंडिया का A320neo और स्पाइसजेट के बोइंग कंपनी का 737 मैक्स विमान शामिल थे। इन सभी विमानों में CFM के लीप इंजन लगे होते हैं। हालांकि, ये कंपनी भारत में एक रिपेयर फैसिलिटी खोलने पर भी विचार कर रही है। इंडिगो के साथ इसकी डील हो चुकी है, जो अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर होगा।
खराबी के कारण करनी पड़ी इमरजेंसी लैंडिंग
एयर इंडिया के A320neo विमान ने गुरुवार सुबह 9.43 बजे मुंबई एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। कुछ ही मिनट बाद पायलट को एक इंजन की खराबी कि चेतावनी मिली। इसके बाद इंजन बंद हो गया और पायलट ने उड़ान के ठीक 27 मिनट बाद सुबह 10:10 बजे विमान को वापस मुंबई एयरपोर्ट पर उतर दिया। वहीं स्पाइसजेट 737 मैक्स विमान की लैंडिंग 3 मई को हुई थी, जिसे पायलट ने निर्धारित समय से कुछ ही मिनटों पहले चेन्नई में उतार दिया था।
तकनीकी खराबी के कारण स्विच कर सकते हैं इंजन
जब किसी विमान में इंजन की खराबी होती है तो कमांड इन-फ्लाइट शटडाउन दिया जाता है। इसका मतलब पायलटों को लैंडिंग के दौरान तकनीकी खराबी होने पर दो इंजनों में से एक को स्विच करने की जरूरत होती है। हालांकि, संभावना जताई जा रही है कि इन तीनों घटनाओं के कारण अलग-अलग हो सकते हैं।
मुंबई जा रही फ्लाइट की जयपुर में इमरजेंसी लैंडिंग
इससे पहले 6 मई को जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इंडिगो कंपनी के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। विमान ने चड़ीगढ़ से उड़ान भरी थी और वो मुंबई जा रहा था। इसी बीच विमान में सवार एक युवक की अचानक तबीयत खराब हो गई। इसके कारण विमान को जयपुर एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा। यात्री को एयरपोर्ट के नजदीक एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया।​​​​​​​
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