Modinagar सोमवार को मुस्लिम समुदाय के दर्जनों लोगों ने कौमी एकता की अनोखी मिशाल पैदा की। एक ही मंच सेहिदू और मुस्लिम धर्म के लोगों ने तकरीर की और इंसानियत के धर्म को सभी धर्मों से बड़ा करार दिया।
कावंड़ लेकर आने वाले भोले के भक्तों को केले, सेब व फलों का वितरण करते हुये मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि कोई भी मजहब आपस में बैर रखना नहीं सिखाता मगर कुछ अमन के दुश्मन अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए मजहबी खुन्नस पैदा करते हैं। कहा कि मजहब दिलों की दूरियां बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि उन्हें मिटाने के लिए बने हैं। खादिम ने कहा कि नफरत की दीवार को खड़ी करने वालों से सावधान रहने की जरूरत है। सभी ईश्वर की संतानें हैं और कोई भी धर्मग्रंथ आपसी बैर भाव रखने की शिक्षा नहीं देता। नौशाद हवारी ने कहा कि हिंदू और मुसलमान एक दूसरे के पूरक हैं। एक दूसरे के सहयोग के बिना कई समाजिक कार्य अधूरे हैं। सियासत के षडयंत्र में फंसकर कभी भी अपने इंसानियत के धर्म को नहीं भूलना चाहिए। यंहा मौजूद मुस्लिम समाज के लोगों ने एकता की मिशाल पैदा करते हुए सामूहिक रूप से विघटनकारी ताकतों को आपसी सद्भाव के जरिए मुंहतोड़ जवाब देने का आह्वान किया गया। कार्यक्रम का संचालन टीम खालिद द्वारा किया गया और हरिद्वार, गौमुख आदि पवित्र स्थानों से जल लेकर अपने गन्तव्य को लौट रहें भोलों को फलों का वितरण किया। इस अवसर पर टीम खादिम के सचिव नौशाद हवारी, इसरा सैफी, नदीम भट्टी, जाहिद, दानिश मलिक, इकरामुद्दीन अंसारी, पालिका सभासद बलराज आदि मौजूद रहें।