- जून 2024 में मुरादाबाद गांव में मिनी ट्रक की टक्कर से हुई थी मौत
मोदीनगर भोजपुर थाने की चूडियाला चौकी पर तैनात दरोगा पर आरोप है कि उसने सड़क हादसे में व्यक्ति की मौत के मामले में आरोपी को पकड़ने के नाम पर भोजपुर थाने की चुड़ियाला चौकी पर तैनात दारोगा ने स्वजन से 30 हजार रिश्वत मांगी। जब स्वजन ने रुपये देने से मना किया तो दारोगा ने मुकदमे को एफआर (फाइनल रिपोर्ट) लगाकर बंद कर दिया। व्यक्ति की पत्नी ने शनिवार को एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय को पूरी बात बताई। मुकदमे में फिर से जांच कराने की गुहार लगाई। एसीपी ने निष्पक्ष कार्रवाई कराने का भरोसा दिया है।
मेरठ जिले के गांव रछैती के सुनील कुमार जून 2024 में किसी काम से भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव मुरादाबाद आए थे। इस बीच मिनी ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में सुनील की मौत हो गई। मामले में भोजपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। लेकिन पुलिस शुरू से ही मामले में ढ़िलाई बरत रही थी। आरोपी चालक वाहन समेत सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा था। लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ने की जरूरत नहीं समझी। सुनील की पत्नी के मुताबिक, चुड़ियाला चौकी पर तैनात दारोगा ने उनसे 30 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। जिसमें उन्होंने 15 हजार दे भी दिये। लेकिन दारोगा ने 15 हजार लौटा दिये। पूरी रकम लेने पर ही आरोपित को पकड़ने की बात कही। लेकिन महिला आर्थिक तंगी के चलते रुपये नहीं दे सकी। अब आरोपित दारोगा ने मुकदमे को ही बंद कर दिया। महिला राेते हुए शनिवार को मोदीनगर तहसील पहुंची। एसीपी को रोते हुए आपबीती सुनाई। कहा उनके पति की हादसे में मौत हो गई। घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा। अब पुलिस ने उनके साथ अन्याय किया। एसीपी ने उन्हें मामले की जांच फिर से कराने व आरोपी दारोगा पर कार्रवाई का भरोसा दिया है।