मोदीनगर के ग्राम कादराबाद में सड़क किनारे सीवर में यूज होने वाले रबड़ के पाइप पड़े हुए हैं,जिन पाइपों में आए दिन आग लगने की घटना सामने आती रहती है,लेकिन इन पाइपों की सुद लेना वाला कोई नहीं है,अब सोचने वाली बात यह है कि इन पाइपों में आग लग जाती है या जान बूझकर आग लगाई जाती है।ये पता नहीं चल पा रहा है,लेकिन जब जब आग लगती है फायर ब्रिगेड के लोगों को मौके पर दौड़ना पडता है,आज हद तो तब हो गई जब फायर के लोग दो घंटे पहले आग बुझाकर वापस* पहुंचे,उसके बाद फिर उन्ही पाइपों में दोबारा आग लग गई,जिसके बाद फायर वाले भी काफी हैरान और परेशान हैं।स्थानीय लोगों की माने तो यह आग शायद साजिश के तहत लगाई जाती है।ताकि पाइप चार जलें और गिनती चालीस की कि जाए।
बार बार आग लगने की घटना किसी घोटाले की ओर इशारा जरूर करती है।और कई सवाल भी खड़े करती है।मामला जो भी हो लेकिन इस तरह लगने वाली आग से स्थानीय निवासी और फायर ब्रिगेड के अधिकारी भी काफी हैरान और परेशान हैं।