कृषि सुधार कानून को वापस लेने की मांग को लेकर भाकियू सहित कई राजनीति दलों के लोगों ने दिल्ली-मेरठ मार्ग पर ट्रैक्टर ट्रॉली लगाकर चक्का जाम कर दिया। तीन घंटे से अधिक समय तक किसान सड़क पर बैठे रहे। एसपी देहात और एडीएम प्रशासन को ज्ञापन देकर किसानों ने ढाई बजे जाम खोल दिया। वहीं, शहर के बाजारों में बंद का असर नहीं दिखा।
किसान संगठनों द्वारा पहले से प्रस्तावित भारत बंद को लेकर भाकियू के अलावा काग्रेस ,सपा ,रालोद व आप के कार्यकर्ता मंगलवार सुबह से ही सड़क पर दिखाई देने शुरू हो गए। सवा ग्यारह बजे के आसपास किसान जुलूस के रूप में मोदी मंदिर से लेकर थाने की और चलने लगे। जब वह थाने के सामने पहुंचे तो पहले से ही मौजूद पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया। पुलिस ने 80 से अधिक किसानों को हिरासत में लेकर थाने ले आई। साढ़े ग्यारह बजे के आसपास गांवों से ट्रैक्टर ट्रॉली में बैठकर सैकड़ों किसान थाने के सामने पहुंचे और नारेबाजी करनी शुरू कर दी।
इसके बाद उन्होंने सड़क पर दोनों साइड ट्रैक्टर ट्रॉली लगाकर चक्का जाम कर दिया। चक्का जाम होने के बाद किसान भी सड़क पर पल्ली डालकर बैठ गए और नारेबाजी करनी शुरू कर दी। सपा के राष्ट्रीय सचिव रमेश प्रजापति ,रालोद के सतेन्द्र तोमर,कांग्रेस के सुनील शर्मा ,आप के नबाव सोनी ने कहा यह कानून किसानों को बर्बाद कर देगा।
अधिकारियों से नोकझोंक : थाने के सामने ट्रैक्टर ट्रॉली लगाकर चक्का जाम करने की सूचना पर एसपी देहात डॉ. ईरम राजा व एडीएम प्रशासन संतोष कुमार वैश्य पहुंचे और उन्होंने किसानों को मनाने का प्रयास किया। लेकिन किसानों का कहना था कि ग्यारह बजे से तीन बजे तक चक्का जाम का समय है। इसी बीच काग्रेस के सुनील शर्मा व अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई।
आजाद समाज पार्टी ने रावली मार्ग पर किया हंगामा :आजाद समाज पार्टी के नेता निजाम चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों लोग रावली रोड स्थित भारत नगर कॉलोनी पहुंचे और किसानों के समर्थन में जुलूस निकालने लगे। इसी बीच एसपी देहात व एडीएम प्रशासन मौके पर पहुंचे और उन्हें रोक दिया।