भारत के सबसे बड़े उद्योग समूह टाटा ग्रुप आज संकटग्रस्त राष्ट्रीय वाहक एयर इंडिया के लिए ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट’ दाखिल कर सकता है, यानी कि वह एयर इंडिया को खरीदने के लिए बोली लगाने वाला है। एयर इंडिया के लिए टाटा ग्रुप एयर एशिया को एक वाहन के रूप में उपयोग करेगा जहां टाटा संस की बड़ी हिस्सेदारी है। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है।
कोरोना वायरस की वजह से यात्रा की मांग में गिरावट के कारण दक्षिण-पूर्व एशियाई कंपनी लाभ बढ़ाने का प्रयास कर रही है। वहीं, एयर इंडिया पर करीब 90 हजार करोड़ रुपये ऋण-सह-देनदारियां हैं।
सूत्रों ने बताया कि एयर एशिया इंडिया को विस्तारा से पहले गठित किया गया था, इसलिए इसके माध्यम से उड्डयन के व्यापार में टाटा समूह को फायदा मिलने वाला है। हाल ही में, टाटा संस ने एयर एशिया इंडिया में अपनी हिस्सेदारी 51 फीसदी से बढ़ा दी, क्योंकि इसमें मलेशियाई साझेदार ने अपने गृह देश में वित्तीय परेशानियों के कारण संयुक्त उद्यम में नए फंडों को देने में असमर्थता व्यक्त की।
माना जा रहा है कि टाटा ग्रुप इस बोली में आसानी से विजयी होगा। बता दें कि टाटा ग्रुप ने अक्तूबर 1932 में टाटा एयरलाइंस के नाम से एयर इंडिया की शुरुआत की थी। भारत सरकार ने 1953 में एयर इंडिया को अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया।