New Delhi – किसी भी मंजिल को पाना नामुमकिन नहीं है जब आपके इरादे सच्चे हों। इसकी जीती जागती मिसाल बनी हैं दिल्ली की अल्ट्रा रनर सूफिया खान। जिन्होंने भारत के सबसे बड़े क्वॉड्रिलेटरल हाइवे के 6,002 किलोमीटर के सफर को सबसे तेज 110 दिन में पूरा कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है।
35 साल की सूफिया के लिए रनिंग उनका सबसे बड़ा पैशन है जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने 5 साल पहले नौकरी तक छोड़ दी और फुल टाइम रनर बन गईं। इससे पहले वह मिशन होम के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक का सफर दौड़कर पूरा कर चुकी हैं।
आगे पढ़ें, अल्ट्रा रनर सूफिया की कहानी …
वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर बढ़ते हुए सूफिया ने 16 दिसंबर 2020 को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से अपनी दौड़ शुरू की थी। इसके बाद वह कोलकाता, मुंबई और चेन्नई को पार करते हुए गोल्डन क्वॉड्रिलेटरल सर्किट का सफर पूरा कर 6 अप्रैल को वापस लौटीं। इस तरह उन्होंने 110 दिन, 23 घंटे और 24 मिनट में दौड़ पूरी की। ऐसा करने वाली वह सबसे तेज महिला हैं इसलिए इनका गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया गया है। सूफिया को 27 मार्च 2022 को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया। जिसके बाद से वह पूरी दुनिया से सुर्खियां बटोर रही हैं।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट हाथ में लिए अल्ट्रा रनर सूफिया खान ने सोशल मीडिया पर सपोर्ट करने वालों का धन्यवाद कहते हुए लिखा, ‘मैं उन सभी का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं जो मेरे इस सफर के साथी बने, अपने शहर में मेरा स्वागत किया, मुझे घर का खाना खिलाया, किसी ने रहने की जगह दी और मेरे लिए चिंतित हुए जब मैं रात में अकेले दौड़ती थी, जिन्होंने मेरे लिए हर दिन प्रार्थना की।’
सूफिया बताती हैं कि इस सफर के दौरान कई बार उन्हें चोट भी लगी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाते समय उनके दिमाग में बस एक ही बात थी उन्हें कम से कम समय में इस दौड़ को पूरा करना है, फिर चाहे जो हो जाए।
इस दौड़ को पूरा करने में सूफिया के पति विकास का बहुत बड़ा सपोर्ट था। सूफिया बताती हैं कि उनके पति उनके साथ कार में रास्ता तय करते थे। इस दौरान वह पूरे टाइम सपोर्ट करते रहते थे। उनके खाने-पीने का ख्याल रखते। उनकी डाइट और पोषण के साथ फिजियोथेरेपी की हर चीज का ध्यान रखते थे। सूफिया के पति विकास उनके जीवनसाथी होने के साथ-साथ उनके ट्रेनर भी हैं।
दो साल पहले अल्ट्रा रनिंग शुरू करने वाली सूफिया ने असल में साल 2017 से मैराथन दौड़ना शुरू किया था और यहीं से उनका रनिंग का करियर शुरू हुआ था।
अब अल्ट्रा रनिंग ही उनका जुनून है। फुल टाइम अल्ट्रा रनिंग को जारी रखना ही उनका ख्वाब है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने से पहले सूफिया अपने मिशन होप के लिए कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक का सफर 87 दिन, 2 घंटे, 17 मिनट में पूरा कर चुकी हैं। ऐसा करने वाली भी वह सबसे तेज महिला थी। इसके अलावा वह 480 किलोमीटर लंबे मनाली-लेह राजमार्ग को 6 दिन, 12 घंटे और 6 मिनट में नाप चुकी हैं।
मूलरूप से राजस्थान के अजमेर की रहने वाली सूफिया लंबे समय से दिल्ली में रह रही हैं। यहां वह दिल्ली एयर पोर्ट पर ग्राउंड स्टाफ असिस्टेंट की नौकरी करती थी। मगर 2017 में दिल्ली में आयोजित हुई एक हाफ मैराथन में सूफिया ने भाग लिया। इसके बाद उन्होंने लंबे दूरी तक दौड़ने का मन बनाया। बिना किसी ट्रेनिंग के दिल्ली- आगरा- जयपुर हाइवे की दूरी को 16 दिन, 1 घंटे और 27 मिनट में पूरा कर लिया। इसके लिए उन्हें किसी भी तरह की कोई खास ट्रेनिंग नहीं लेनी पड़ी। बस मन में ठान लिया इसे पूरा करना है। आज उनके कॉन्फिडेंस का असर पूरी दुनिया देख रही है।

 

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