Modinagar। एसपी देहात द्वारा दिए गए आश्वासन पर तय समस सीमा के भीतर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो छात्र अनुराग के पिता ने पूरे परिवार के साथ थाने के सामने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। परिवार का कहना है कि प्रधानाचार्य व स्कूल मैनीजमेंट देखने वाले दो लोगों के खिलाफ तो सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के छात्र अनुराग भारद्वाज की मौत के मामले में हिरासत में लिए प्रधानाचार्य नेत्रपाल सिंह को थाने से छोड़ने से नाराज परिजनों ने थाने के सामने दिल्ली मेरठ मार्ग पर गुरूवार को जाम लगाकर जमकर हंगामा किया था।
छात्र अनुराग के पिता नितिन भारद्वाज का कहना है कि एसपी देहात डॉ0 ईरज राजा द्वारा चार दिन के अंदर जांच पूरी कर कार्रवाही करने की बात लिखित में दी थी। इसके बाद ही लोग शांत हुए थे, और जाम खोल दिया था। नितिन भारद्वाज का कहना है कि अपने बेटे की मौत के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाना ही मेरा लक्ष्य है। उनका कहना है कि यदि चार दिन बाद प्रधानाचार्य व अन्य लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह पूरे परिवार के साथ थाने के सामने आत्मदाह कर लेंगे। उनका कहना है कि बिना फिटनेस के बस छात्रों को लाने ले जाने के लिए लगा रखी थी। नितिन का कहना है कि अनुराग की मौत का जिम्मेदारी प्रधानाचार्य व मैनेजमेंट के लोग सीधे तौर पर है। अब चाहे पुलिस जांच में कुछ भी लिख दे। वैसे हमें पुलिस जांच पर कोई भरोसा नहीं है।
प्रधानाचार्य को छोड़ने से नाराज दिल्ली मेरठ मार्ग पर
जाम लगाने के मामले में एक अधिवक्ता सहित 51 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
रिपोर्ट में भी झोल, पुलिस कर रही मंथन
दयावती पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य को छोड़ने से नाराज परिजनों द्वारा दिल्ली मार्ग पर गुरूवार को लगाए गये जाम के मामले में पुलिस ने एक अधिवक्ता को नामजद करते हुए 50 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि नामजद आरोपी एडवोकेट लोकेन्द्र आर्य ने पहले सोशल मीड़िया पर भड़काऊ पोस्ट किए और फिर अपने लोगों से जाम लगवा दिया।
सूरत सिटी कॉलोनी निवासी नितिन भारद्वाज के (11) वर्षीय पुत्र अनुराग की हुई मौत के मामले में थाने से प्रधानाचार्य नेत्रपाल को छोड़ने से गुस्साए परिजनों ने गुरूवार की सुबह थाने के सामने दिल्ली मेरठ मार्ग पर जाम लगा दिया था। सुबह सवा आठ बजे से दोपहर साढे ग्यारह बजे तक दिल्ली मेरठ मार्ग पर जाम लगा रहा। परिजनों का आरोप था, कि पुलिस ने हिरासत में लेने बाद भी प्रधानाचार्य को थाने से ही छोड़ दिया। एसपी देहात डॉ0 ईरज राजा द्वारा चार दिन के भीतर जांच कर साक्ष्य के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन मिलने के बाद ही परिजन शांत हुए। सीओ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि एडवोकेट लोकेन्द्र आर्य निवासी कृष्णानगर काॅलोनी बुधवार रात से ही सोशल मीड़िया पर भड़काऊ पोस्ट डाल रहा था। इतना ही नहीं जब गुरुवार सुबह परिजन अपने मुकदमे की जानकारी लेने थाने आए तो उसने अपने लोग भेजकर हंगामा करा दिल्ली मेरठ मार्ग पर जाम लगवा दिया था। सीओ ने बताया कि इस मामले को आलाधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। जिसको गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक मोदीनगर अनिता चौहान की तहरीर पर लोकेन्द्र आर्य व 40 से 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 147,148,149,353,283,341 व आईटी एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। उन्होने बताया कि किसी भी कीमत पर शहर का माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा।
रिपोर्ट में झोल
थाना प्रभारी निरीक्षक अनीता चैहान द्वारा अधिवक्ता लोकेन्द्र आर्य सहित 40 से 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में लिखाई गई रिपोर्ट में कई झोल होने के कारण शुक्रवार को रिपोर्ट के तथ्यों पर मंथन का दौर जारी रहा। पुलिस द्वारा लिखी गई रिपोर्ट के तथ्यों पर अनुराग के परिजनों द्वारा लिखाई गई रिपोर्ट के कई शब्दों को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है। इन सब बातों को लेकर पुलिस अधिकारियों के बीच शुक्रवार को थाने में विचार विमर्श चला। अब देखना यह है कि इन सब के बीच अनुराग के परिजनों को न्याय कैसे मिलेंगा।
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परिजनों को धमकाने का वीडियो दूसरे दिन भी जमकर हो रहा वायरल
अनुराग के परिजनों द्वारा थाने के सामने आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर बैठे जाने के दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो दूसरे दिन भी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिखाया गया है कि मृतक अनुराग भारद्वाज के परिजन मोदीनगर थाने के सामने बैठकर हंगामा कर रहे है। इसी बीच उपजिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला आती है और परिजनों से हटने को कहती है, उपजिलाधिकारी व परिजनों के बीच बहस होती है। इसके बाद उपजिलाधिकारी परिजनों पर भड़क जाती है, लेकिन इसी बीच मीडिया बंधुओं के आने पर वह अपने व्यवहार को सौम्य कर लेती है। सोशल मीड़िया पर ही लोग उपजिलाधिकारी की कार्यशैली पर सवा उठा रहे है। हांलाकि आपका अपना अखबार करंट क्राइम इस वीड़ियांे की पुष्टि नहीं करता है।
Disha bhoomi
