Modinagar। दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के छात्र अनुराग की मौत के बाद आरटीओ के निर्देंश पर बिना फिटनेस के सड़कों पर दौड़ रहीं स्कूली बसों के खिलाफ सख्त कार्रवाही किए जाने की शुरूआत की जा चुकी है। जनपद के कई स्कूलों में कार्यवाही करते हुये अब तक करीब 50 स्कूली बसों को सीज किा जा चुका है।
परिवहन विभाग द्वारा की गई कार्यवाही’ के बाद मोदीनगर के स्कूल संचालकों में भी हड़कंप मच गया है। जो संचालक अभी तक अभिभावकों ने ट्रांसपोटेशन के नाम पर अपनी जेबे भरा करते थे, अब उनकी जेबे डीली होने की शुरूआत हो चुकी है।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि हांलाकि शनिवार से ही तीन टीमों के गठन के बाद से जनपद में करीब 70 वाहनों की जांच की गई। खामियां मिलने पर 15 बसों का चालान किया गया और 10 बसों को सीज किया गया है। अब तक 80 स्कूली बसों का चालान करते हुए 50 को सीज किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि मोदीनगर क्षेत्र के अलग-अलग स्कूलों में जाकर बिना फिटनेस के चलने वाली स्कूली बसों को नोटिस दिया गया है। सख्ती के बाद स्कूल बसों में अलग से ग्रिल लगाकर उन्हे सुरक्षित किया जा रहा है। जिससे स्कूल बच्चे अपने सिर को बस से बाहर न निकाल सके। सोमवार का मोदीनगर में भी स्कूली बसों की जांच के लिए वृहद अभियान की शुरूआत की जायेंगी। लापरवाही बरतने वाले स्कूल संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाही होगी। उनका कहना है कि कई सकूल संचालकों ने बसों के नियमों को अनदेखा किया हुआ है सुरक्षा, अग्निशमन यंत्र, खिड़कियों से ग्रिल गायब, स्पीड गवर्नर नहीं, रैश ड्राइ¨वग की शिकायत के लिए बस के पीछे फोन नंबर भी अंकित नहीं है। ऐसे स्कूल संचालकों पर कार्यवाही की गाज गिरना तय है। परिवहन विभाग की इस कार्यवाही के बाद से स्कूल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।