Modinagar गालीबाज व भाजपा का वरिष्ठ नेता बताने वाले श्रीकान्त त्यागी का मोदीनगर से भी गहरा नाता रहा है। उसने यंहा त्यागी समाज व युवाओं में खासी पहचान बनाई हुई थी। जिसके बलबूते व यंहा से दो बार विधान सभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुका था, लेकिन उसके मनसूबे कामयाब नहीं हो सकें। जिसके बाद वह अपना बिस्तर बोरियां उठाकर यंहा से रफू चक्कर हो जाता था।
बताते चले कि वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित होने से श्रीकान्त त्यागी यंहा काफी चर्चा में रहा ओर उसने गांव सीकरीकला के निकट एक चुनाव कार्यालय भी स्थापित किया था। युवाओं व स्थानीय लोगों को आकर्षित करने के लिए उसने यंहा जमकर धन खर्च किया था, लेकिन भाजपा से डॉ0 मंजू शिवाच का टिकट होने के बाद वह अपना बिस्तर बोरियां बटोरकर गायब हो गया। इसके अलावा वर्ष 2022 के विधान सभा चुनाव में उसने एक बार फिर एंट्री मारी और जोरशोर से प्रचार प्रसार के साथ ही युवाओं को अपनी व बिरादरी सहित अन्य मतदाताओं को अपनी और आकर्षित करने की मंशा के चलते उसने यंहा मोदीनगर की पॉश कॉलोनी मोहन पार्क में मोदी ग्रुप की एक आलिशान कोठी को साज कर अपने कब्जे में लेते हुये यंहा चुनाव का कैंप कार्यालय बनाया। इतना ही नहीं इस कोठी पर उसने कई राजनीतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर अपनी उपस्थिती दर्ज कराने का काम किया, लेकिन इस बार भी उसके इरादे कामयाब नहीं हुए और भाजपा से पुनः डॉ0 मंजू शिवाच को टिकट दे दिया। इसके बाद भी श्रीकांत त्यागी ने भाजपा प्रत्याशी को कमजोर करने की भरसक कोशिश करने लगा और असफल होते देख फिर से वह यंहा से रवाना हो गया। श्रीकान्त त्यागी ने सौंदा फार्म हाउस में एक बैठक भी बुलाई थी। श्रीकांत त्यागी ने इसमें टिकट न मिलने पर पंचायत कराई और रालोद गठबंधन प्रत्याशी को समर्थन दिलाने की घोषणा की थी। माहौल बनाने के लिए श्रीकांत त्यागी अपने साथ पीएसओ भी रखता है। लेकिन चुनाव होने से पहले ही श्रीकांत त्यागी यंहा से चला जाता था। अब पुलिस मोहन पार्क की कोठी तक भी जा पंहुची है और उसके बारे में जानकारी जुटा रही है। चर्चा है कि अपनी दबंगी के चलते श्रीकान्त त्यागी ने उक्त मोहन पार्क की कोठी पर कब्जा जमाया हुआ था। मोदी ग्रुप की इस कोठी की छानबीन जारी है।