दिल्ली-मेरठ के बाद अब रैपिड रेल मुजफ्फरनगर तक पहुंचेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ से मुजफ्फरनगर तक आरआरटीएस कॉरिडोर के विस्तार के प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजने का आदेश दिया है। मुजफ्फरनगर तक रैपिड रेल आने से दिल्ली से मुजफ्फरनगर तक का सफर सुगम और सुरक्षित हो जाएगा। केंद्रीय राज्यमंत्री तथा मुजफ्फरनगर सांसद डा. संजीव बालियान ने दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल परियोजना को मुजफ्फरनगर तक करने का प्रस्ताव रखा था। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की ओर से यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने पर सहमति जताई थी। अब प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने के आदेश दिए हैं। इससे जनपद में विकास की भी बड़ी उम्मीद नजर आने लगी है।
परियोजना लागत की 15 प्रतिशत धनराशि प्रदेश सरकार को और शेष 85 प्रतिशत धनराशि केंद्र सरकार को वहन करनी है। केन्द्रीय राज्यमंत्री पहले ही तर्क दे चुके हैं कि एनसीआर में रैपिड रेल के तीन प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। उसमें दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट मात्र 82 किलोमीटर का है, जबकि दिल्ली-अलवर का प्रोजेक्ट 180 तथा दिल्ली-पानीपत 111 किलोमीटर है। ऐसी स्थिति में दिल्ली-मेरठ प्रोजेक्ट को मुजफ्फरनगर तक दिया जा सकता है।
सड़क मार्ग पर वाहनों में कमी आने से प्रदूषण कम होगा। ट्रेनों की रफ्तार 100 से 180 किमी प्रति घंटा तक होने से अधिकतम डेढ़ घंटे में दिल्ली से मेरठ होते हुए मुजफ्फरनगर पहुंचा जा सकेगा। मेरठ और मुजफ्फरनगर दोनों का विकास होगा। रैपिड ट्रेन का सफर सामान्य ट्रेन के मुकाबले आरामदायक भी होगा।