Chandigarh – पंजाब में गेहूं की खरीद के पुख्ता इंतजाम के लिए CM भगवंत मान ने डिप्टी कमिश्नरों की क्लास ली। चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन में उन्होंने अफसरों को स्पष्ट कहा कि मंडियों में पूरे इंतजाम होने चाहिए। सफाई के साथ खरीद पर अफसर खुद नजर रखें। इसके अलावा किसानों को 24 घंटे के भीतर फसल की पेमेंट कर दी जाए। वहीं पड़ोसी राज्यों से गेहूं पंजाब में न बिके, इसके लिए सख्ती के आदेश दे दिए गए हैं। पंजाब के फूड सप्लाई मंत्री लालचंद कटारूचक्क ने कहा कि इसके लिए अफसरों को पंजाब के बॉर्डर सील करने को कहा गया है। असल में कई राज्यों में गेहूं पर MSP नहीं मिलती, इसलिए वह पंजाब में बेचने के लिए ले आते हैं। उन्होंने कहा कि मंडियों में गेहूं की आमद कम है। 2-4 दिन में सीजन पीक पर होगा। हमने बोरियों और कैश क्रेडिट लिमिट को बंदोबस्त कर लिया है। बाहर से आने वाली गेहूं को रोकने के लिए नाकाबंदी की जाएगी।
पंजाब में गेहूं की खरीद 1 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। इसके लिए अफसरों ने अनाज मंडियों में पूरे इंतजाम का दावा भी किया है। हालांकि अभी तक मंडियों में फसल पूरी तरह से नहीं आ रही है। मान सरकार का दावा है कि किसानों को 24 घंटे के भीतर ही पेमेंट की जाएगी। पंजाब में 10 अप्रैल के बाद मंडियों में गेहूं की आवक में तेजी होने की उम्मीद जताई जा रही है।
पंजाब में गेहूं खरीद के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सरकार को 24,773 करोड़ की क्रेडिट लिमिट दे दी है। इस सीजन में मान सरकार ने 132 लाख टन गेहूं खरीद का टारगेट रखा है। इस बार गेहूं का MSP 2015 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है।