मोदीनगर। प्रदेश शासन के आदेशों के क्रम में शुगर मिलों की ओर से सरकारी चिकित्सालयों में आक्सीजन प्लांट लगाये जाने की प्रक्रिया पश्चिम के कई जनपदों में चल रही है।
बताते चले कि गतदिनों पूर्व मोदी इंडस्ट्रीज के चेयरमैन उमेश कुमार मोदी से जिलाधिकारी अजयशंकर पांडे ने वार्ता कर आक्सीजन प्लांट लगाने की अपील की थी। जिस पर उद्यमी सेठ उमेश मोदी की ओर से सकारात्मक रूख अपनाते हुए मोदीनगर में 20 घन मीटर प्रतिघंटा क्षमता वाला प्लांट लगने को हरी झंड़ी मिल चुकी है। इस प्लांट के प्रारंभ होने से जनपद ही नही बल्कि पश्चिम के कोरोना मरीजों को आक्सीजन की कमी से काफी राहत मिलेंगी।
मोदी शुगर मिल वरिष्ठ प्रबंधकीय तंत्र से मिली जानकारी के अनुसार गन्ना विभाग के प्रमुख सचिव आर भूसा रेडडी ने मोदी शुगर मिल के स्वामी सेठ उमेश कुमार मोदी को पत्र प्रेषित कर मथुरा जनपद में आक्सीजन प्लांट लगाने की सिफारिश की है, वही दूसरी ओर इंडस्ट्रीज के चेयरमैन यूके मोदी ने बंद मोदी स्टील मे रखे 300 आक्सीजन सिलेंडर को पहले ही जिला प्रशासन को सौंप दिया है। उन सिलेडंरो को इन्दिरापुरम स्थित एक फैक्ट्री में टेस्टिंग के लिये भेजा गया था जंहा 60 फीसदी सिलेंडर ठीक पाये गये। इन सिलेंडरो को कोरोना संक्रमण से पीडित मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिया जा रहा है। डीएम अजयशंकर पांडे की प्रेरणा व अपील पर चीनी मिल के स्वामी सेठ उमेश मोदी अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत आक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय ले सकते है। इस बावत जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी से विचार विमर्श चल रहा है।
मोदी समूह की ओर से रेलवे रोड स्थित मोदी अस्पताल परिसर में आक्सीजन प्लांट लगायें जाने की कवायद तेज कर दी गई है, वही कोरोना पीड़ितों को आइसोलेटिड भी किया जायेंगा। प्लांट लगाने का पूरा खर्चा मोदी समूह की ओर से एक फाउंडेशन द्वारा वहन किया जाएगा। मिल के सभी सामाजिक कार्य इसी फाउंडेशन द्वारा संपन्न किए जाते हैं। यह प्लांट लगने से मोदीनगर व आस पास के क्षेत्रवासियों की आॅक्सीजन की कमी से जान बचाई जा सकेगी। प्लांट लगाने की प्रकिया को लेकर प्रबंधकीय व क्षेत्रवासियो के बीच उमेश मोदी की इस पहल की जमकर प्रशंसा की जा रही है। इस प्लांट की स्थापना से मोदीनगर के युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे ओर मोदीनगर विकास की गति की ओर बढ़ेंगा।