Modinagar। गांव रोरी में हरियाणा के स्वः सुबेदार छोटू राम श्योराण की 111वी जयंती पर यज्ञ व हवन का आयोजन किया गया इस दौरान उनके चित्र पर फूल माला अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
यज्ञ उपरांत सर्वजातीय श्योराण खाप उत्तर प्रदेश के प्रधान चौधरी बाबा परमेन्द्र आर्य ने कहा कि सूबेदार छोटूराम श्योराण का जन्म 17 मई 1912 को गांव आहुलाना तहसील गोहाना जिला सोनीपत हरियाणा के साधारण किसान परिवार में श्योराण गोत्र में हुआ था। सूबेदार छोटू राम के पिताजी का नाम मोलू राम श्योराण और माताजी का नाम बसंती देवी था। वह बचपन से ही आर्य समाज परिवार से जुड़े हुए थे। प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राथमिक पाठशाला में हुई। उन्हें बचपन से पहलवानी का शौक था। 21 सितंबर सन 1932 में 15वीं पंजाब रेजीमेंट, भारतीय शाही सेना में भर्ती हुए और कुछ समय बाद उन्हें सूबेदार का पद हासिल हुआ। द्वितीय विश्वयुद्ध 1939-45 बर्मा में उनकी अनेक उपलब्धियां रही। इस युद्ध में 15वीं पंजाब रेजीमेंट रिसाले के बहुत थोड़े सैनिक बचे रहने पर भी और अग्रिम चोकी पर गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद बहादुरी से लड़े और विजय पताका फहराने का गौरव प्राप्त हुआ। उनकी इस उल्लेखनीय वीरता, अदम्य साहस व कर्तव्यनिष्ठा अनुशासन और सच्ची देशभक्ति का परिचय देने के फलस्वरूप उन्हें सेना की तरफ से मिलिट्री क्रॉस, बर्मा स्टार, वार मेडल व 1939-1945 स्टार महावीर चक्र से सम्मानित किए गए। सूबेदार छोटू राम रोहतक व सोनीपत जिले के मिलिट्री क्रॉस से सम्मानित होने वाले पहले व्यक्ति थे। 6 जनवरी 1982 को हृदय गति रुक जाने के कारण उनका देहांत हो गया था। इस अवसर पर मनोज मुकदम, राम नरायण राणा, सुमित मुदगल, अमित भटनागर, मीनु चैधरी, गंगाराम चौधरी, सदीप श्योराण, चंचल श्योराण, ओमकारी, सरोज देवी, चौधरी अंजली आर्य, आस्था श्योराण, आर्यन श्योराण, श्रवण श्योराण आदि उपस्थित रहे।