Modinagar पौराणिक परंपराओं के अनुसार हिंदू धार्मिक आस्था के चलते आज के दिन वट वृक्ष की पूजा करने का प्रावधान है इसी दिन इसी वटवृक्ष ( बरगद) के के नीचे बैठकर दृढ संकल्प के साथ तपस्या कर सावित्री ने अपने पति सत्यवान को यमराज के हाथों से मुक्त कराया था,
अपने पति की दीर्घायु एवं कुछ लोग संतान प्राप्ति के लिए भी इस वट वृक्ष की पूजा करते चले आ रहे हैं
किंतु एक कुप्रथा के चलते वट वृक्ष की पूजा ना करके आज समाज में अधिकतर लोग वट वृक्ष की एक टहनी को तोड़कर घर पर ले आते हैं और उसकी पूजा करते हैं जिससे धार्मिक आस्था , आत्म संतुष्टि तो हो जाती है लेकिन पूजा का उद्देश्य पूरा नहीं होता है और इसका कुप्रभाव पर्यावरण पर भी पड़ता है जैसे-जैसे वृक्ष कम होंगे वैसे वैसे जलवायु पर भी इसका को प्रभाव पड़ेगा
इसी के संरक्षण हेतु आज श्रीमान आनंद जी जिला संरक्षक प्रमुख पर्यावरण के नेतृत्व में सरस्वती शिशु मंदिर सारा रोड पर सामूहिक रूप से वट वृक्ष की पूजा की गई जिसमें उनकी पत्नी, निरंकार जी पर्यावरण संरक्षक मोदीनगर सपत्नीक अन्य महिलाएं, दिनेश प्रजापति, राघवेंद्र आदि ने भाग लिया
साथ ही यह भी संकल्प लिया गया कि आने वाले पर्यावरण दिवस 5 जून से हम लोग पर्यावरण संरक्षण हेतु अभियान चलाकर पूरे नगर को 🌳💚🍏 भरा रखेंगे और प्रतिवर्ष वट वृक्ष की पूजा सामूहिक रूप से किया करेंगे