Modinagar – जल निगम द्वारा करीब पांच सौ करोड़ की लागत से नगर क्षेत्र में सीवरेज सिस्टम का निर्माण कार्य जारी है। अभी सीवरेज सिस्टम पूरी तरह से शुरु भी नहीं हुआ है, लेकिन निर्माण कार्य में लगने वाली साम्रगी की पोल खुल गई है।
दिल्ली मेरठ रोड़ तथा गली मौहल्लों में जगह जगह पर मैन हॉल टूटे पड़े हैं। जिनसे गुजरते समय दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। लोगबाग नगर पालिका परिषद से इसकी शिकायत करते हैं तो उनका दो टूक जवाब होता कि सीवरेज सिस्टम का निर्माण जल निगम करा रहा है, अभी जल निगम ने उनको हैंडओवर नहीं की है, न ही उन्होंने कार्य ठीक प्रकार से होने की एनओसी ही दी है। बतादें कि जब से नगर में जल निगम द्वारा सिवरेज सिस्टम का निर्माण कार्य शुरु किया है तभी से लोगों ने उसके निर्माण कार्य मे प्रयोग में लाई जा रही सामग्री पर काफी आपत्ति दर्ज की थी, लेकिन जल निमम के अधिकारियों पर इन शिकायतों का कोई फर्क नहीं पड़ा, लेकिन अब उक्त आपत्तियां सामने दिखाई दे रही हैं। जो कहीं मैन हॉल टूटने के तथा कई पाइप लाइन लीक होने व कहीं जमीन में धसने आदि शिकायतों के रुप में सामने आ रही हैं। जल निगम द्वारा करीब पांच सौ करोड़ की लागत से नगर क्षेत्र में सीवरेज सिस्टम का कार्य वर्ष 2018 में बाजेगाजे के साथ शुरु किया गया था। जो काफी धीमी गति से चला । उसी का परिणाम है कि यह कार्य जनवरी 2020 में पूरा होना था, लेकिन जिस गति से कार्य चल रहा उससे लगता है कि पूरा कार्य अभी एक वर्ष और ले लेगा। धीमी गति के कार्य से लोगों को काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ा था ।
विधायक, नगर पालिका चेयरमैन व सामाजिक संगठन निर्माण सामग्री पर लगा चुके हैं सवालिया निशान
विधायक डॉ0 मंजू शिवाच, नगर पालिका चेयरमैन अशोक माहेश्वरी, पालिका सभासद, कई सामाजिक संगठन, जिला प्रशासन व जल निगम के अधिकारियों से निर्माण में घटिया सामग्री की शिकायत कर जांच की मांग कर चुके हैं। पर कोई नतीजा सामने नहीं आया। अधिकारियों की इस उदासीनता का खामिया अब नगरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। सीवरेज सिस्टम के निर्माण में घटिया सामग्री प्रयोग करने से हाईवे सहित नगर के मोहल्लों में कहीं मैन हॉल टूटे पड़े हैं, तो कहीं पर पाइप लाइन लीक होने की शिकायत है, तो कई स्थानों पर पाइप लाइन जमीन में धसने आदि की दिक्कतों का लोगों का सामना करना पड़ रहा है। अभी हाल ही में नगर चेयरमैन अशोक माहेश्वरी ने जल निगम के उच्चाधिकारियों से भी शिकायत की थी। लगता हैै कि यह कार्य एक साल में भी पूरा हो जाए तो गनीमत समझो। जल निगम द्वारा हाईवे पर जगह जगह गडढे खोदे गए हैं उनमें कई स्थानों पर तो गडढे खोदे एक साल से भी अधिक का समय हो गया, परंतु उनमें कांक्रीट का कार्य अभी अधर में लटका हुआ है जिससे हाईवे पर यातायात तो प्रभावित होता ही है साथ ही दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है। दिल्ली मेरठ मार्ग पर एनसीआरटीसी का कार्य जोर शोर से जारी है जो सीवरेज कार्य के कारण गति नहीं पकड़ पा रहा है। वहीं जिन मोहल्लों में अंडर ग्राउंड सीमेंट पाइप बिछाए जा रहे हैं, उनमें पाइपों को बिछाए भी काफी समय हो गया लेकिन वहां सड़कें नहीं बनाई गईं। जिससे कालोनीवासियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जरा सी बारिस से सड़क पर कीचड़ हो जाता हैै। जिससे सड़क पर आने जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। तेज हवा व आंधी चलने पर घरों मे धूल भर जाती है। कार्य में तेजी लाने तथा जिन मोहल्लों में काम पूरा हो चुका है वहां सड़क निर्माण के लिए नगर पालिका परिषद के चेयरमैन अशोक माहेश्वरी व विधायक डॉ0 मंजू शिवाच कई बार जल निगम के अधिकारियों की क्लास लगा चुके हैं, परंतु उन पर कोई प्रभाव नहीं दिखाई दे रहा है।
सीवरेज सिस्टम में घटिया सामग्री लगाने का आरोप
जांच कराने की मांग
सीवरेज सिस्टम कार्य में घटिया सामग्री लगाने का नगर के कई सामाजिक व राजनीतिक संगठन जल निगम पर आरोप लगा चुके हैं पर आज तक इस संबंध में कोई कार्यवाई होती नहीं दिखाई पड़ी है। स्वयं पालिका परिषद के चेयरमैन अशोक माहेश्वरी जल निगम के अधिक्षण अभियंता को इस संबंध पत्र लिखकर जांच कराने की मांग कर चुके हैं लेकिन अभी तक जांच शुरु नहीं हुई है। अभी तो सीवरेज सिस्टम का कार्य पूरा भी नहीं हुआ है मगर कई स्थानों पर जमीन में बिछाए जा रहे सीमेंट के पाइप टूटने की शिकायत आ रही हैं। मोदीनगर पालिका परिषद के एक अधिकारी का कहना है सीवरेज सिस्टम में बहुत ही घटिया सामग्री का प्रयोग हो रहा है दूसरा मानक के आधार पर कार्य नहीं हो रहा है जिससे सीवरेज सिस्टम चालू होने के कुछ समय बाद सिस्टम के चेक होने की शिकायत मिलने लगेंगी।

Disha Bhoomi
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