मोदीनगर। 13 दिसंबर यानि रविवार से अगले साढ़े चार माह तक शहनाई नहीं बजेगी। ग्रह चाल के कारण हिदू धर्म में इस बार 12 दिसंबर के बाद सहालग बंद हो रहे हैं। ऐसा बृहस्पति व शुक्र ग्रह के अस्त होने के कारण हुआ है। इन दोनों ग्रह के अस्त होने पर शुभ कार्य हिदू धर्म में वर्जित माने जाते हैं। ब्राह्मणों की माने तो पिछले पांच दशक के बाद ऐसा संयोग हो रहा है जो एक के बाद एक ग्रह अस्त हो रहे हैं।

हिदू धर्म में जनवरी से जून तक शादी विवाह आदि शुभ कार्य होते हैं। शादी विवाह के मद्देनजर इन महीनों में सभी बैंक्वेट हॉल, हलवाई, बैंड बाजा आदि एडवांस में बुक हो जाते हैं। मगर इस बार 13 दिसंबर से 12 अप्रैल के बीच आपको शहनाई बजती व मंडप सजते नहीं दिखाई देंगे। बिगड़ी ग्रह चाल व बृहस्पति व शुक्र ग्रह के अस्त होने के कारण अगले पूरे साढे चार महीने शादी विवाह अन्य शुभ कार्य बंद रहेंगे।

ब्राह्मणों व ज्योतिषियों की माने तो इस बार 19 जनवरी से 16 फरवरी के बीच बृहस्पति ग्रह अस्त हो रहा है। जबकि 12 फरवरी से 12 अप्रैल तक शुक्र ग्रह अस्त हो रहा है। उधर 13 दिसंबर से 14 जनवरी तक खरमास लग रहा है। हिदू धर्म में इसे शूक डूबना माना जाता है। पांच दशक बाद ऐसा संयोग बना है कि दोनों ग्रह आगे पीछे अस्त हो रहे हैं।

इसलिए आगामी 24 अप्रैल तक शादी आदि कार्यक्रम नहीं होंगे। बृहस्पति व शुक्र ग्रह के अस्त होने के कारण देव प्रतिष्ठा, विवाह, नया व्रत शुरू करना, मंदिर प्राण प्रतिष्ठा, गृह प्रवेश, जनेऊ आदि शुभ कार्य नहीं करने चाहिए। प्रसिद्व ज्योतिषाचार्य पं0 उदयचन्द्र झा कहते है कि इस बार बृहस्पति व शुक्र ग्रह अस्त हो रहे हैं। यह काल विवाह आदि शुभ कार्य के लिए अशुभ माना जाता है। वैवाहिक कार्यक्रम 13 दिसंबर से बंद होकर 25 अप्रैल से शुरू होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *