Modinagar | शहर के एक कम्पोजिट विद्यालय में एक सप्ताह के भीतर करीब एक दर्जन से अधिक बंदरों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। बंदरों की मौत के बाद इलाके में हड़कंप सा मच गया है। वहीं बंदरों की मौत से बच्चें व शिक्षिक भी दहशत में है। कई बार शिकायत करने के बाबजूद स्वास्थ्य विभाग व वन विभाग के अधिकारी मौन धारण किए हुए है। शायद उन्हें किसी बड़ें हादसे का इंतजार है।
मोदीनगर के दिल्ली- मेरठ मार्ग स्थित गंदा नाले के निकट पुराने ट्रेनिंग सेंटर भवन में कम्पोजिट विद्यालय संचालित है। जिसमें सैकड़ों की संख्या में बच्चें शिक्षा ग्रहण करने पंहुचते है। यंहा बंदरों का जबरदस्त आतंक है। गत एक सप्ताह से यंहा लगातार संदिग्ध अवस्था में दर्जनों बंदरों की मौत हो रही है। स्कूल प्रशासन कई बार मौखिक रूप से पशु पालन चिकित्सा विभाग व वन विभाग के अधिकारियों को अवगत करा चुके है, लेकिन कोई सुध लेने को तैयार नहीं है। इतना ही नहीं स्कूल प्रशासन ने स्थानीय पालिका को भी बंदरों की मौत से अवगत करा दिया है, लेकिन पालिका प्रशासन ने भी वन विभाग द्वारा जांच किए जाने की बात कहते हुये अपना पल्ला झाड़ लिया है। बंदरों की लगातार हो रही मौत से बच्चों व शिक्षकों में दहशत का माहौल बना है। अभिभावकों ने दहशत के कारण दर्जनों बच्चों को स्कूल भेजना भी बंद कर दिया है। बंदरों की मौत के बाद स्थानीय लोगों का कहना है कि बंदरों की किसी संदिग्ध बीमारी के कारण हो रही है। अगर यही हाल रहा तो कभी न कभी संदिग्ध बीमारी मनुष्यों व बच्चों में भी फैेल सकती है। वन के रेंजर लठूर सिंह का कहना है बंदरों की मौत की जानकारी उनके संज्ञान में है, जांच कराई जा रही है, जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।