सरकारी सस्ता गल्लें की दुकान का एक संचालक वर्षाें से सैकड़ों की संख्या में फर्जी राशन कार्ड बनवाकर अपने पास रखें हुए है ओर राशनकार्ड धारकों के हिस्सें का राशन हड़प कर सरकार को प्रत्येक वर्ष लाखों का चूना लगाने का मामला प्रकाश में आया है। ग्रामीणोें ने सरकारी गल्लें के संचालक की पोल खोलते हुए सारे मामले की जांच कर कार्रवाही की मांग की है, वही एक सामाजिक कार्यकर्ता ने सारे मामले की हकीकत को सीएम से लेकर पीएम व उच्चाधिकारीयों को ट्वीट कर जांच की मांग की है।

बताते चले कि मोदीनगर तहसील अन्तर्गत गांव मौहम्मदपुर, सुजानपुर अखाड़ा में ब्रज कुमारी पत्नी वीरपाल सिंह के नाम से सरकारी सस्ते गल्लें की दुकान है। इस गांव के दर्जनों की संख्या में एकजुट हो तहसील पंहुचे ग्रामीणों ने एसडीएम आदित्य प्रजापति को सौपे एक ज्ञापन में आरोप लगाया है कि सरकारी राशन की दुकान के संचालक ने करीब 10 वर्षाें से लगभग 160 फर्जी राशन कार्ड बनवाएं हुए है, इन राशन कार्डाें की एवज में लगभग 800 यूनिट  ही गांव वालो को राशन वितरण करता है। इतना ही नही बनवाएं गये सभी राशन कार्ड उसने अपने पास सुरक्षित रखे हुए है। ग्रामीणों का आरोप है कि फर्जी बनायें गये राशन कार्डों  के आधार पर सरकारी गल्ला, जिसकी  कीमत करीब 60 हजार रूपये प्रतिमाह होती है, उसे गल्ला संचालक हर माह ड़कार जाता है। जिससे सरकार व विभाग को हर वर्ष लाखों का चूना लगाया जा रहा है।

ग्रामीणों द्वारा जब मामले की शिकायत संचालक (राशन डीलर) से की गई तो उल्टा चोर कोतवाल को डाटे वाली कहावत यंहा चरितार्थ करते हुये डीलर ने ग्रामीणों को डराने के साथ ही अपनी ऊंची पंहुच का हवाला देते हुये, कहा कि यंहा तो ऐसी ही चलता है। ग्रामीणों ने सारे मामले की शिकायत एसडीएम आदित्य प्रजापति से करते हुये कोटेदार का लाईसैंस निरस्त करने के साथ ही अन्य को स्थानांतरित करने व कार्रवाही की मांग की है। इस संबन्ध में सहायक आपूर्ति अधिकारी रूपल अग्रवाल से फोन पर बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसिव नही किया।

सामाजिक कार्यकर्ता ने सीएम व पीएम सहित आलाधिकारियों को किया ट्वीट

सारे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अरूण सागर राज ने रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर पीएम व आलाधिकारियों को मामले की जांनकारी ट्वीट पर देते हुए शीघ्र कार्रवाही की मांग की है।

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