मोदीनगर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षकों ने शासन के छात्रों को भौतिक रूप से दो पालियों में पठन पाठन कराने के आदेश का विरोध शुरू कर दिया है। इस संबंध में शिक्षक संघ व नीजी तौर पर शिक्षकों ने जिला शिक्षाधिकारी से लेकर उपमुख्यमंत्री तक को पत्र भेजकर निर्देंश को वापस लिए जाने की मांग उठाई है।
क्षेत्र के विभिन्न इंटर काॅलिजों से जुड़े शिक्षकों ने बताया कि छात्रों को भौतिक रूप से दो पालियों में सुबह की पाली में आठ बजे से 12 बजे तक व 12. 30 बजे से 4. 30 बजे तक छात्र-छात्राओं के पठन पाठन के आदेश दिए हैं। शिक्षकों का कहना है कि आदेश पूर्णतया अव्यवहारिक, अस्पष्ट, शिक्षण सिद्धांतों, शिक्षा मनोविज्ञान व शिक्षण संहिता के विपरीत निर्गत किए हैं। इस आदेश के द्वारा एक विषय या उपविषय के शिक्षक को एक कक्षा के 50 फीसद छात्र-छात्राओं को प्रथम पाली में एंव उसी कक्षा के 50 फीसद छात्रों को दूसरी पाली में दोबारा उसी उपविषय को पढ़ाना पड़ेगा और पूरे आठ घंटे विद्यालय में रुक कर शिक्षण कार्य करना पड़ेगा। जबकि शिक्षा संहिता में शिक्षण का समय 5 घंटे 20 मिनट है। तीन अगस्त को ही आदेश का विरोध करते हुए शासन से अवगत करा दिया था, लेकिन शासन द्वारा इस संबंध में कोई भी निर्णय नहीं लिया। 15 अगस्त तक आदेश तक आदेश वापस नहीं लिया गया, तो 16 अगस्त को शिक्षक विरोध प्रदर्शन करने का मजबूर होंगे।