संस्कृत भारती संस्था द्वारा लगातार छठा दिन भी क्षेत्र में संस्कृत का प्रचार प्रसार पूरे जोश से किया जा रहा है सनातन धर्म मंदिर में दर्जनों भर से अधिक लोगों ने संस्कृत भारती संस्था के साथ मिलकर भजन संध्या में सहयोग किया वहीं संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार एवं इस भाषा को दैनिक उपयोग में लाने का प्रण लिया संस्कृत भारती संस्था के द्वारा लगातार लोगों को संस्कृत भाषा के बारे में बताया जाता रहा है विलुप्त होती भाषा को पुनर्जीवित करने के लिए संस्कृत भारती का यह अभियान जारी रहेगा जिसमें संस्कृत समझने बोलने लिखने हेतु पोस्टरों के माध्यम से लोगों को समझाया जा रहा है कभी फल विक्रेता के पास तो कभी मिठाई की दुकानों पर सभी जगह लोगों को संस्कृत भाषा के प्रति जागरूकता की मंशा लिए संस्कृत भारती संस्थान के कार्यकर्ता लगातार कार्य कर रहे हैं संस्कृत भारती के कार्यकर्ता मनीष मिश्रा ने बताया किस संस्कृत भाषाओं की जननी है इसी के उद्गम से ही सभी भाषाओं की निकासी हुई है संस्कृत भाषा एक योग भाषा है लगातार इसका उच्चारण करने से शरीर के कई रोग चले जाते हैं वही विश्व की एक बहुत बड़ी वैज्ञानिक संस्था जिसे हम नासा के नाम से जानते हैं उनके द्वारा भी संस्कृत भाषा को शुद्ध भाषा का खिताब मिला है कार्यक्रम का आयोजन जिला सम्पर्क प्रमुख उदय चन्द्र झा जी के द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला संयोजक गोपाल कौशिक, जिला प्रचार प्रमुख मनीष मिश्र, जिला शिक्षण प्रमुख शशिकांत, महिला प्रमुख शालिनी शर्मा, बाल केन्द्र शिक्षिका कीर्ति, जूली त्यागी, दिवाकर, पशुराम, कर्ण आदि का सहयोग रहा