डाॅ0 केएन मोदी साइंस एण्ड काॅमर्स काॅलिज के परीक्षा केन्द्र पर उ0प्र0 लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सम्मिलित राज्य अभियन्त्रण सेवा सामान्य विशेष चयन, परीक्षा-2019 की परीक्षा केन्द्र पर शान्तिपूर्वक सम्पन्न हुई।
विद्यालय प्रधानाचार्य सतीश चन्द अग्रवाल ने बताया कि प्रथम पाली में 960 में से 360 परीक्षार्थी व द्वितीय पाली में 960 में से 355 परीक्षार्थी उपस्थित रहे, कुल अथ्यार्थियों की उपस्थिती केवल 35 प्रतिशत रही। परीक्षा केन्द्र पर कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए मास्क, सेनेटाइजर उपलब्ध कराया गया।
परीक्षा के दौरान सेक्टर मेजिस्ट्रेट देवेन्द्र सिंह, सहायक आयुक्त वाणिज्य कर गाजियाबाद, राजेश कुमार निम अवर अभियन्ता पीडब्लूडी व ऋषभ वर्मा जूनियर इंजीनियर जल निगम गाजियाबाद बतौर स्टेटिक मेजिस्ट्रेट ने परीक्षा केन्द्र पर निरीक्षण पर्यवेक्षक के रूप उपस्थित रहकर परीक्षा की देख रेख की।
इस परीक्षा केन्द्र पर केवल यांत्रिकी अभियन्त्रण, शाखा के अभ्यार्थी उपस्थिति रहे। परीक्षा केन्द्र बांदा, बस्ती, सोनभद्र, रायबरेली, बरेली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, गोरखपुर, मुरादाबाद, दिल्ली, हरियाणा, उतराखण्ड व बिहार आदि जनपदों से अभ्यार्थी उपस्थित हुए। यह परीक्षा 2013 के बाद वर्ष 2020 में हो रही है। इस केन्द्र पर परीक्षार्थियों की संख्या अन्य केन्द्रों की अपेक्षा सबसे अधिक थी। प्रथम पाली प्रातः 9 बजे 11.30 बजें तक व द्वितीय पाली दोपहर 2 बजे से सायं 4.30 तक हुई । द्वितीय पाली में अभ्यार्थियों को शासन के निर्देशानुसार केलकुलेटर लाने की इजाजत दी गयी। लोक सेवा आयोग के पर्यवेक्षक ने भी केन्द्र का दौरा किया।
उन्होनें परीक्षा व्यवस्था में लगे हुए स्टाफ की प्रशंसा की। इसके अतिरिक्त गिन्नी देवी मोदी कन्या महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो0 मीनू अग्रवाल ने बताया कि उ0प्र0 लोक सेवा आयोग की उनके महाविधालय में भी आयोजित की गई। महाविद्यालय सेंटर पर पंजीकृत छात्रों की संख्या 480 है जिसमें 149 छात्र उपस्थित हैं व 331 अनुपस्थित रहें। परीक्षा में सोशल डिस्टेंसिंग तथा सैनिटाइजेशन का विशेष ध्यान रखकर छात्र-छात्राओं के लिए कक्षाओं में बैठने की व्यवस्था की गई है।
सभी प्रकार के कोविड-19 के मानकों का पूर्ण पालन किया गया। नूतन सिंह, रश्मि चैधरी, राखी शर्मा, नेहा गुप्ता, वर्षा, ऑफिस सुपरीटेंडेंट रविंद्र कुमार, लालमणि तिवारी अंकित, सोराज, नारायण, राम दयाल, तुलसी, उमेद अली व अर्चना आदि शिक्षिकाओं का सहयोग सराहनीय रहा।