मोदीनगर। सरकार द्वारा निराश्रित गोवंशों को आश्रय देने के लिए लाखों रुपये खर्च कर गांव-गांव गोशाला का निर्माण कराया गया। मगर अफसरों निर्माण के बाद गोवंशों को रखने से पल्ला झाड़ लिया। यही हाल गदाना, सैदपुर व पतला सहित सौंदा रोड पर स्थित गौशाला में भी देखने को मिल रहा है। यहां गोशाला का संचालन सही ना होने की दशा में सड़क पर भटक रहे गोवंश किसानों की मुसीबत के साथ दुर्घटना का कारण बन रहे हैं।
कई बीघा जमीनों पर बनायी गयी थी गोशाला
गदाना, सैदपुर व पतला सहित सौंदा रोड पर स्थित गौशाला लाखों रुपये की लागत खर्च कर बनाई गई थी, जिसमें टिन शेड, चारा, खाने का स्थल, पानी आदि के इंतजाम किए गए थे, आसपास के करीब एक दर्जन गांवों के बीच गोशाला बनने पर प्रचार भी किया गया था, ग्रामीणों का कहना है कि गोशाला होने से लोग गायों को यहां छोड़ जाते हैं, यहां दर्जनों की संख्या में घूम रहे गोवंश फसलों को उजाड़ रहे हैं, रात में रोड पर हादसे का कारण बन रहे हैं। गोवंश भी घायल होते हैं, जो देखरेख के अभाव में तडफकर दम तोड़ देते हैं। गोशाला संचालन को लेकर ग्राम प्रधान पल्ला झाड़ते दिखते हैं। वहीं बीडीओ भोजपुर फैजल आलम से संपर्क करने का प्रयास किया तो उनका फोन रिसीव नहीं हो सका।

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