कोरोना का फैलाव भले ही कम है, लेकिन लोगों की जान जाने का सिलसिला अभी जारी है। लापरवाह लोगों की वजह से संक्रमण पर काबू नहीं पाया जा रहा है। अभी तक ये लोगो कोरोना की जकड़ में नहीं आए, यही वजह है कि वो लापरवाही बरत रहे हैं। व्यवस्थाओं पर अंगुली तो उठा देते हैं, लेकिन जागरूक कोई नहीं हो रहा है। चिकित्सकों की मानें, तो यदि बाजारों में मास्क उतारकर लोग घूमेंगे, तो ऐसे लोग वापस घर पर पहुंचेंगे, तो उनके साथ कोरोना वायरस संक्रमण भी पहुंचेगा। जिससे परिवार के अन्य लोग भी संक्रमित हो सकते हैं।
गांव से लेकर शहर तक अब सबसे ज्यादा लापरवाही बरती जा रही है। इन पर काबू पाने का हर प्रयास विफल रहा है। जागरूकता के लिए लगातार प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अपील करता आ रहा है, लेकिन हर जगह अपील बेअसर हो रही है। अधिकतर व्यक्ति अब कोरोना को फैलाने में एक कदम आगे बढ़ रहे हैं। चेहरे पर मास्क नहीं लगा रहे हैं और शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। इन पर न तो किसी कार्रवाई का असर हो रहा है न ही अपील का। जब तक सख्त कार्रवाई नहीं होगी ये लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आएंगे। यह सभी जानते हैं कि कोरोना एक जानलेवा बीमारी है, उसके बावजूद इस तरह की हरकत कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में आज के हालत बहुत खराब हैं। ऐसे माहौल में ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा जागरूकता की जरूरत है।
सामुदायिक स्वस्थ्य केन्द्र गोविन्दपुरी के चिकित्सा प्रभारी डाॅ0 करन ने कहा कि लोगों को लापरवाही छोड़ जागरूकता की राहत पर आना ही पड़ेगा। लापरवाही की वजह से परेशानी अन्य को उठानी पड़ती है। बीमारी घातक है, इससे बचाव सावधानियां और जागरूकता जरूरी है।