मेरठ से गाजियाबाद तक के लिए सवारियों को ढो रही ईको कार के चालकों ने नियम और कानून को ताक पर रख दिया है। ईको कार में जहां पांच सवारी बैठती हों वहां 15 सवारियां तक बैठा ली जाती हैं और किराया भी अच्छा खासा वसूलते हैं। अधिकतर कार मेरठ व दिल्ली नंबर की है। मेरठ से दिल्ली तक आती जाती हैं। कुछ सवारियां मोदीनगर से भरते हैं और बाकी सवारियां मुरादनगर से उठाते हैं।
हादसे का जिम्मेदार कौन
एक कार में तीन गुना सवारी बैठाकर फर्राटा भरते डग्गामार वाहन किसी की नजर से अछूते नहीं हैं। गोविन्दपुरी बस स्टैंड व मोदीनगर बस स्टैंड पर हर समय पुलिस का रहना एवं अधिकारियों का भी यहां से गुजरना होता है मगर डग्गामार वाहनों में भूसे की तरह भरी सवारियों की तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता। यदि कोई हादसा हुआ तो कौन होगा जिम्मेदार।
नहीं है कोरोना का डर
सरकार और शासन की ओर से स्पष्ट आदेश है कि बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें और दो गज की दूरी बनाकर रखें, लेकिन वाहनों में इन नियमों की अनदेखी की जा रही है। पांच की जगह 15 सवारियों को ढोया जा रहा है उसमें भी अधिकांश सवारी बिना मास्क के सफर कर रही हैं ऐसे में अगर संक्रमण फैला तो सबकी जान मुश्किल में सकती है।