मोदीनगर। यदि आप मोदीनगर की सड़कों पर सफर कर रहे हैं तो संभल कर चलिए। यहां हर रोज कहीं न कहीं हादसा हो ही जाता है। इनमें मरने व घायल होने वालों की सूची में इस साल पिछले सारे रिकार्ड को ध्वस्त कर रही है।
हालांकि पालिका के सभासद से लेकर शहर की अधिकतर गैर सरकारी संस्था व विपक्ष भी अब आंदोलन के मूंड में है। गत कई वर्षों से शहर में जल निगम द्वारा सीवरेज पाईप लाइन का कार्य चल रहा है। जिस वजह से पूरा शहर जल निगम ने खोदकर डाल दिया है, जंहा काम चल रहा है या फिर जंहा काम समाप्त हो गया है, वहां भी जल निगम सड़क को दुरूस्त नही कर रहा है। जिससे शहर के अधिकतर स्थानों पर गहरे गहरे गढ़्ढे हो रहे है ओर गतदिनों हुई बारिश के कारण दर्जनों लोग दुर्घटना के शिकार भी हुए है। अगर आकड़ों पर नजर डाले तो बीते वर्षों की अपेक्षा 2021 में सड़क हादसों में काफी हद तक वृद्वि हुई है। तमाम शिकायतों के बाबजूद स्थानीय जनप्रतिनिधि जल निगम पर अपना गुस्सा उतारकर पत्र लिखे जाने की बात कहते है। जिससे शहर की जनता का विश्वास भी अब जनप्रतिनिधियों से खत्म होता जा रहा है। उधर विधायक डाॅ0 मंजू श्विाच व पालिकाध्यक्ष अशोक माहेश्वरी शहर की सड़कों को दुरूस्त कराये जाने की बात पर कहते है कि उन्होंने इसके लिए जल निगम को पत्र लिख दिया है। यानि दोनों जन प्रतिनिधियों ने जल निगम को पत्र लिख अपना पल्ला झाड़ लिया है। अब बेचारी शहर की जनता पिस रही है। जनप्रतिनिधियों के गैर जिम्मेदारान व्यवहार से दुःखी होकर पालिका सभासद तो पालिका गेट पर अनिश्चिित कालीन धरने पर है, तो वही अब कई सामाजिक संगठनों व विपक्षी पार्टीयों के प्रतिनिधियों ने भी सभासदों के धरने को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। संभावना है कि सभासदों का ये आंदोलन बड़ा रूप लेगा ओर जनता इन जनप्रतिनिधियों को आगामी दिनांें में सबक सिखाने का काम करेंगी।