सरकारी नौकरी दिलाने के नाम करता रहा ठगी, अब बनाया नोएडा को ठगी का नया ठिकाना.
सरकारी कम्पनी में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों, करोड़ों की ठगी करने वाले एक सीए के विरुद्ध पीलीभीत निवासी बीटेक पास युवक ने छह लाख रुपये ठगने का आरोप लगाते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। युवक को नियुक्ति पत्र देकर ट्रेनिंग भी करवा दी गई। एक माह के भीतर ही युवक को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ। सीए के कारनामों का खुलासा तो उस समय हुआ जब ओर कई ठगी के मामले भी पुलिस के सामने खुलकर आयें। पुलिस कड़ी दर कड़ी जोड़कर मामलों की जांच के बाद सीए व उसके साथियों को गिरफ्तार करने की जुगत में लग गई है। युवक की तहरीर पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
मूलतः जिला पीलीभीत की गीता कॉलोनी निवासी विकास सिंह ने सन-2016 में मेरठ के एक निजी कॉलेज से बीटेक उत्तीर्ण किया। इसके बाद विकास मेरठ में ही हॉस्टल में रहकर सरकारी नौकरी की तैयारी के लिए कोचिंग करने लगा। बताया जा रहा है, कि एक दिन जब विकास मेरठ से गाजियाबाद जा रहा था, तो उसे पता चला कि मोदीनगर निवासी सीए विनीत गोयल सरकारी कम्पनी में नौकरी लगवा देता है। विकास ने विनीत गोयल को फोन किया तो उसने विकास को साक्षात्कार के लिए मोदीनगर स्थित श्रीराम काॅम्पलैक्स में अपने कार्यालय पर बुला लिया। इसके बाद विकास सिंह से छह लाख देने पर सरकारी नौकरी लगवायें जाने की बात कही।
इसके बाद विकास ने तीन बार दो-दो लाख रुपये करके छह लाख रुपये दे दिए गए। इतना ही नहीं विकास को नियुक्ति पत्र भी दिया और ट्रेनिंग भी करवाई गई, लेकिन एक माह के अंदर ही विकास सिंह को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हो गया। जब विकास ने विनीत गोयल से अपने पैसे वापस मांगे तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने की भी धमकी दी गई। पीड़ित ने इसकी शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की गई।
अतिरिक्त थाना प्रभारी निरभ्क्षक (अपराध) मुकेश कुमार ने बताया कि युवक की तहरीर पर विनित गोयल, दिलिप उर्फ आशीष, सुशील कुमार गुप्ता व वंदना शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। अब तक की जांच में खुलासा हुआ है, कि विनीत गोयल मूलरूप से मुरादनगर निवासी है ओर पेशे से चार्टड अकाउटेंट है। उसका कार्यालय यंहा श्रीराम काॅम्पलैक्स में हुआ करता था, लेकिन बर्तमान में वह नोएडा प्रैक्टिस कर रहा है। उसके विरुद्ध ओर अन्य कई ठगी के मामले भी प्रकाश में आयें है, वह यंहा कई युवकों को एफसीआई, शिक्षा विभाग सहित कई अन्य विभागों में नौकरी लगवायें जाने के नाम पर युवकों से लाखों की ठगी कर फरार हो चुका है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।