मोदीनगर। भाजपा में टिकट की दावेदारी तेज होने लगी है। टिकट को लेकर दावेदारों ने लखनऊ से लेकर दिल्ली तक परिक्रमा भी तेज कर दी है। दावेदारों को लग रहा है कि अभी परिचय कर लेंगे तो आगे उन्हें सुविधा होगी। इसलिए वह बड़े नेताओं के संपर्क में हैं, जिससे चुनाव के समय टिकट में दिक्कत न हो। वहीं, 150 के करीब टिकट कटने के अंदेशे से भी यंहा जनप्रतिनिधि आशंकित हैं, उन्हें लग रहा है कि कहीं उनका नंबर भी न हो।
2022 में होना है विधानसभा चुनाव
इस बार भाजपा के लिए 2022 का चुनाव सबसे अहम है। क्योंकि प्रदेश मजबूत होने से 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को मदद मिलेगी। इसलिए संगठन ने पूरी ताकत अभी से झोंक दी है। संगठन की तैयारी को देखते हुए भाजपा के नेताओं ने परिक्रमा तेज कर दी है। नेता दिल्ली और लखनऊ की परिक्रमा लगा रहे हैं। मोदीनगर विधान सभा क्षेत्र के नेता इस समय इसलिए सक्रिय हैं कि बड़े नेताओं से उनकी आसानी से मुलाकात हो जाएगी। चुनाव के निकट आने पर नेताओं की सक्रियता बढ़ जाएगी और उनसे संपर्क करना मुश्किल होगा।
इस बार मोदीनगर विधान सभा सीट से आधा दर्जन से अधिक दावेदार हैं। यह दावेदार पूरे दमखम के साथ मैदान में ताल ठोक रहे हैं। ऐसे में तमाम नेता आरएसएस के नेताओं से भी मिल रहे हैं। चूंकि टिकट में आरएसएस के नेताओं की भी अहम भूमिका रहती है, इसलिए नेता संपर्क में लगे हुए हैं। जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल का कहना है कि भाजपा में लोकतंत्र हैं, सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, इसलिए वह अपने अनुसार संपर्क और संवाद कर सकते हैं। बड़े नेताओं से मिलकर उनका आशीर्वाद लेना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में भाजपा के प्रति लोगों में जबरदस्त रुझान है, विपक्ष को लोगों ने लंबे समय तक देखा है। इसलिए भाजपा इस बार 300 से अधिक पार जाएगी।