मोदीनगर। उत्तर प्रदेश कर अधिवक्ता संगठन ने उत्तर प्रदेश सरकार से प्रान्त मे अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने तथा अधिवक्ता भूपेन्द्र सिंह हत्याकांड मे प्रभावी कार्यवाही की मांग की है।
संगठन के प्रान्तीय कार्यकारिणी सदस्य एडवोकेट अरूण राघव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र पे्रषित करते हुए कहा कि 18 अक्टूबर को शाहजहाँपुर कचहरी मे एडवोकेट भूपेन्द्र सिंह की गोली मारकर नृशंस हत्या कर दी गयी। इसके साथ ही प्रदेश के विभिन्न जनपदों मे लगातार अधिवक्ताओ के उत्पीडन की घटनाए हो रही है। पूर्व मे उत्तर प्रदेश में कुछ प्रमुख घटनाएं जैसे महोबा जनपद के अधिवक्ता मुकेश पाठक व मेरठ के अधिवक्ता ओमकार सिंह तोमर ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियो की शह पर अराजक तत्वो द्वारा लगातार उत्पीडन के कारण आत्महत्या कर ली थी। जनपद प्रयागराज की दारागंज पुलिस द्वारा अधिवक्ता शशांक मिश्रा की अनायास पिटाई तथा एमवी एक्ट के अन्तर्गत विभिन्न धाराओ के वाद योजित करते हुए 14500 रूपयों का जुर्माना लगा दिया था। एटा मे सरकारी अधिवक्ता राजेन्द्र शर्मा व उनके परिवार के सदस्यो को स्थानीय प्रशासन व पुलिस द्वारा निर्दयता पूर्वक मारा पीटा गया था। इसके अतिरिक्त प्रदेश में विभिन्न जनपदो से लगातार आधिवक्ताओ के उत्पीडन की शिकायते मिल रही है। इन घटनाओ से उत्तर प्रदेश कर अधिवक्ता संगठन लखनऊ के सभी सदस्य बेहद दुखी है तथा आपसे न्याय की उम्मीद रखते है। अरूण राघव ने पत्र में शाहजहाँपुर मे हुई अधिवक्ता भूपेन्द्र सिंह की हत्या मे वांछित दोषीयो के विरूद्व कडी से कडी कार्यवाही करने की मांग उठाई है। साथ ही एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट के लागू किये जाने की मांग की है।