गिन्नी देवी मोदी महिला महाविद्यालय में आज दिनांक 19 जनवरी 2021 को अर्थशास्त्र विभाग एवं आइक्यूएसी के अंतर्गत उच्च शिक्षा अनुभाग लखनऊ द्वारा जारी थीम बेस्ड लिटरेरी पोस्टर एवं फाइन आर्ट्स समिति के अंतर्गत भिन्न-भिन्न विचारधाराओं विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
इस कार्यशाला की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर मीनू अग्रवाल ने की। योग विशेषज्ञ एवं समाजसेवी श्री तिलक राज जी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में छात्राओं को भिन्न-भिन्न लोगों की विभिन्न विचारधाराओं के विषय में प्रकाश डालते हुए बताया एक ही वस्तु के लिए अनेकों विचारधाराएं हो सकती हैं।
कार्यशाला का संचालन अर्थशास्त्र विभाग की प्रवक्ता डॉक्टर सारिका गर्ग ने किया । महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर मीनू अग्रवाल ने बताया, पानी का एक गिलास जो आधा खाली है या आधा भरा है इसको किस तरह से व्यक्त किया जाए।
यह देखने वाले के दृष्टिकोण पर निर्भर करता है। कोई व्यक्ति इसको आधा खाली भी बोल सकता है जो नकारात्मकता को दर्शाता है तो कोई दूसरा आधा भरा भी बोल सकता है जो सकारात्मकता की सोच पर प्रकाश डालता है।
आपने बताया कि वास्तविकता में हमारी सोच ही हमारे मन का दर्पण है। अर्थशास्त्र प्रवक्ता डॉक्टर सारिका गर्ग ने छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि जिस व्यक्ति के मन में भाव अच्छे होते हैं उसके सब काम अच्छे होते हैं। एक सकारात्मक सोच रखने वाले व्यक्ति के पथ में भले ही बहुत सी घटनाएं घटित हों परंतु अंत में अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर ही लेता है।
आइक्यूएसी की संयोजिका श्रीमती नूतन सिंह जी ने बताया कि सकारात्मक सोच ही हमारे जीवन को सफल बनाने में सहयोग होती है । अगर विचार नकारात्मक हैं तो जीवन निराशा की तरफ बढ़ता चला जाता है।
इस कार्यशाला में अर्थशास्त्र विभाग की बीए प्रथम वर्ष की 96 छात्राओं ने भाग लिया तथा साक्षी, पलक, सना, तनु, तानिया आदि का सराहनीय सहयोग रहा।
कार्यशाला में आइक्यूएसी की संयोजिका श्रीमती नूतन सिंह, डॉक्टर राखी मित्तल, श्रीमती राखी शर्मा, प्रिया और योगिता ने भाग लेकर कार्यशाला को सफल बनाया.