Modinagar 18 जुलाई को लापता हुए युवक अनुज का शव बुधवार सुबह नंदनगरी कॉलोनी के खाली प्लाट में पड़ा मिला था। पोस्टमार्डम रिपोर्ट में हत्या कियें जाने का खुलासा हुआ है। इस मामले में मृतका की पत्नी ने गुरूवार को एसएसपी के समक्ष पुस्तुत हो आरोप लगाया है कि गुमशुदगी दर्ज किए जाने के बाद अगर पुलिस सर्तकता से कार्रवाही करती तो उसके पति की जान बच सकती है। पीड़िता पत्नी ने ससुराल पक्ष के लोगों के विरूद्व ही पति की हत्या किए जाने का आरोप मंढ़ा है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
बताते चले कि जगतपुरी स्थित गधा गेट के रहने वाले अनुज कुमार (26) एक दुकान पर काम कर परिवार का पालन पोषण करता था। करीब डेढ़ महीने पहले ही उसकी शादी हापुड़ के तगासराय निवासी अंजलि से हुई थी। घर में पिता राजेंद्र, मां कृष्णा, भाई अभिषेक व गौरव, पत्नी अंजली के साथ ही रहते थे। जबकि किन्ही कारणों के चलते मां नंदनगरी कॉलोनी में अलग एक किरायें के माकन में रह रही हैं। 18 जुलाई को अनुज जरूरी काम बताकर घर से निकले थे। लेकिन, रात भी नहीं लौटे। काफी तलाशने पर भी जब उनकी जानकारी नहीं मिली तो 21 जुलाई को अंजलि की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली। जांच निवाड़ी चौकी प्रभारी, एसआई राघवेन्द्र सिंह तोमर को साैंपी गई। आरोप है कि गुमशुदगी दर्ज होने के बाद मृतका की पत्नी अंजली व उसके परिजन बराबर एसआई राघवेन्द्र सिंह के सपंर्क में रहें और उनसे अनुज व उनके परिजनों का मोबाइल नंबर ट्रेस करने की गुहार लगाते रहे, लेकिन कोई कार्रवाही नहीं की गई। पुलिस द्वारा कार्रवाही न किए जाने से क्षुब्ध हो अंजली ने दिनांक 29 जुलाई को एसएसपी मुनीराज जी से मिल उन्हें एक शिकायती पत्र सौंपते हुये ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा साजिशन अनुज को गायब करने व उनकी हत्या किए जाने का शक भी जाहिर किया गया था। बाबजूद इसके एसआई राघवेन्द्र सिंह द्वारा कोई ठोस कार्रवाही नहीं की गई और न ही अनुज की तलाश के लिए पुलिस टीम ने कही कोई छानबीन की। आखिर बुधवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि नंदनगरी कॉलोनी के खाली प्लाट में पेड़ के पास एक शव मिला है। शिनाख्त की तो पता चला कि शव अनुज का है। शव पर कई जगह चोट के निशान भी मिले। पुलिस को गुरूवार को अनुज की पोस्टमार्डम रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। एसएचओ (अपराध) मुकेश कुमार ने बताया कि पोस्टमार्डम रिपोर्ट में हत्या कियें जाने का खुलासा हुआ है। यानि अंजली ने जो पूर्व में आशंका व्यक्त की वह सच साबित हुई। अगर पुलिस इस मामले में समय रहते सर्तकता बरतती तो शायद अनुज की जान बच सकती थी।
गुरूवार को अंजली पुनः एसएसपी मुनीराज जी से मिली और उसने पुलिस की लापरवाही को उजागर करते हुए दोषी पुलिस अधिकारियों के विरूद्व कार्रवाही व हत्या किए जाने में शामिल ससुर राजेंद्र, सास कृष्णा, देवर अभिषेक व गौरव के विरूद्व रिपोर्ट दर्ज किए जाने की गुहार लगाई है। उधर, एसएचओ (अपराध) मुकेश कुमार का कहना है कि जांच की जा रही है आरेापियों के विरूद्व हत्या की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।