स्कूलों में मिड डे मील के लिए भोजन को हाइजीनिक तरीके से तैयार किया जाना चाहिए और इसे पकाने वालों को अंगूठी, चूड़ियाँ या नेल पॉलिश नहीं लगा सकेंगे। चूंकि देश भर के स्कूल अक्टूबर के मध्य से क्रमबद्ध तरीके से खुलने के लिए तैयार हो रहे हैं, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मिड डे मील की तैयारी और वितरण के लिए एक विस्तृत दिशानिर्देश प्रोटोकॉल प्रदान किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए पौष्टिक भोजन परोसा जा सके।
यह सुनिश्चित करना जिला या ब्लॉक प्रशासन की जिम्मेदारी होगी कि मिड डे मील वर्कर्स में से कोई भी COVID पॉजिटिव न हो। सभी कुक सह सहायकों को स्कूल में अपना काम शुरू करने से पहले अपने और अपने परिवार के स्वास्थ के बारे में एक स्व-घोषणा देनी होगी। तापमान की जांच के लिए कुक सह सहायकों की थर्मल स्कैनिंग स्कूल के प्रवेश पर की जाएगी। मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
नेल पॉलिश या नकली नाखूनों लगाने की इजाजत नहीं होगी क्योंकि वे विदेशी चीजों से बने हो सकते हैं और खाने की सुरक्षा के लिए रिस्की हो सकते हैं। शिक्षा मंत्रालय के प्रोटोकॉल के अनुसार, कोई भी घड़ियाँ, अंगूठियाँ, गहने और चूड़ियाँ पहन कर खाना नहीं पका सकेगा और न ही परोसने के दौरान उन्हें नहीं पहनेगा।